By अभिनय आकाश | May 10, 2024
गुजरात की सीआईडी ने एक पाकिस्तानी साजिश को बेपर्दा किया है। दरअसल, सीआईडी ने एक पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया है। ये जासूस पाकिस्तान को मिसाइल और ड्रोन तकनीक की जानकारियां मुहैया करवाया करता था। इस शख्स की पहचान प्रवीण कुमार मिश्रा के तौर पर हुई है। ये भरूच कैमिकल फैक्ट्री में काम कर रहा था।पुलिस ने कहा कि गुजरात के भरूच जिले में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए जासूसी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक आईएसआई हैंडलर ने हनीट्रैप में फंसाया था। पुलिस ने कहा कि मिश्रा ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा निर्मित ड्रोन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा किया।
गुजरात सीआईडी एडीजीपी राजकुमार पांडियन ने कहा कि सीएसएल सीआईडी क्राइम ने भरूच के पास अंकलेश्वर में एक फैक्ट्री में निगरानी की, जिसके दौरान हमें प्रवीण मिश्रा नामक एक व्यक्ति मिला। उसके फोन की जांच की गई। उसके फोन से मिली जानकारी के आधार पर हमने मामला दर्ज किया। उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 123, आईटी अधिनियम और साजिश अपराध के तहत मामला दर्ज किया गया। मुख्य आरोपी पाकिस्तान के एक आईएसआई हैंडलर ने खुद को सोनल गर्ग के रूप में बताया कि वह आईबीएम चंडीगढ़ में काम कर रही थी। उन्होंने प्रवीण शर्मा से भारत की रक्षा संबंधी जानकारी निकलवाई।
गुजरात आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने कहा कि आरोपी प्रवीण मिश्रा ने कथित तौर पर भारतीय सशस्त्र बलों और रक्षा-संबंधित अनुसंधान एवं विकास फर्मों के बारे में अत्यधिक गोपनीय जानकारी एकत्र की थी। सीआईडी ने मिलिट्री इंटेलिजेंस, उधमपुर से मिली सूचना के बाद अपनी जांच शुरू की। सीआईडी ने कहा कि भरूच जिले के अंकलेश्वर का निवासी और बिहार के मुजफ्फरपुर का मूल निवासी मिश्रा देश के खिलाफ आपराधिक साजिश को अंजाम देने के लिए व्हाट्सएप कॉल और ऑडियो चैट के माध्यम से एक पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटर के संपर्क में था, जिसके गंभीर सुरक्षा परिणाम हो सकते थे।
डिफेंस के लिए काम करने वाले लोग ISI के निशाने पर
अधिकारी ने आगे कहा कि रक्षा प्रतिष्ठानों के लिए काम करने वाले कई अन्य लोगों को आईएसआई ने निशाना बनाया है। हनी-ट्रैपर्स देश में रक्षा प्रतिष्ठानों में काम करने वाले या उनसे जुड़े लोगों को निशाना बनाते हैं। वीण मिश्रा ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उनके अलावा, कई अन्य लोग भी थे। रक्षा प्रतिष्ठानों के लिए काम करने वाले को भी निशाना बनाया गया। प्रवीण मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है।