By अभिनय आकाश | May 23, 2025
पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर भारत द्वारा सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) को निलंबित किए जाने के फैसले को लेकर पाकिस्तानी सीनेटर सैयद अली जफर ने शाहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार से वॉटर बम को निष्क्रिय करने का आग्रह किया है। सीनेट को संबोधित करते हुए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सीनेटर ने कहा कि अगर हम अभी पानी के संकट को हल नहीं करते हैं, तो हम भूख से मर सकते हैं। उन्होंने सिंधु बेसिन को पाकिस्तान की जीवन रेखा बताते हुए कहा कि पाकिस्तान द्वारा खपत किए जाने वाले पानी का तीन-चौथाई हिस्सा बाहर से आता है। हर दस लोगों में से नौ लोग अंतरराष्ट्रीय सीमा बेसिन पर रहते हैं।
सीनेटर जफर ने आंकड़ों का भी हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान में 90 प्रतिशत फसलें आईडब्ल्यूटी के कारण पाकिस्तान को मिलने वाले पानी पर निर्भर हैं, क्योंकि उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सभी बिजली परियोजनाएं और बांध इसी पानी पर बने हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए हमें यह समझना चाहिए कि यह हमारे (पाकिस्तान) ऊपर लटके पानी के बम की तरह है। हमें इसे निष्क्रिय करना होगा और इसका समाधान करना होगा। इसके अलावा, भारत ने जोर देकर कहा है कि पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि तब तक स्थगित रहेगी जब तक इस्लामाबाद सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से त्याग नहीं देता, क्योंकि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यह भी कहा कि इस्लामाबाद के साथ कोई भी द्विपक्षीय वार्ता केवल पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए कश्मीर के क्षेत्रों को खाली करने पर होगी। जायसवाल ने कहा कि मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि जम्मू और कश्मीर पर कोई भी द्विपक्षीय वार्ता केवल पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करने पर होगी। उन्होंने कहा कि यह तब तक स्थगित रहेगा जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से त्याग नहीं देता। जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री ने कहा है, 'पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।