By अभिनय आकाश | Nov 11, 2025
दिल्ली में लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास हुए ब्लास्ट ने पूरे देश को गुस्से में ला दिया है। इस हमले के तार पुलवामा और फरीदाबाद समेत कई जगह से जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। और इस मामले में सलमान, तारिक, आमिर उमर समेत कईयों को पकड़ा भी गया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। एनआईए, एनएसजी और दिल्ली पुलिस की टीम हाई लेवल जांच में जुट गई है। तो वहीं फरीदाबाद में भी बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू हो गया है। यह वही फरीदाबाद है जहां से दिल्ली धमाके से कुछ घंटे पहले ही एक डॉक्टर और संदिग्ध आतंकी के घर से 2500 किलो से ज्यादा विस्फोटक बरामद हुआ था।
कहा जा रहा है कि जिस तरह से इस हमले का आतंकी कनेक्शन जुड़ रहा है, हो सकता है कि मीटिंग में ऑपरेशन सिंदूर जैसा ही कोई बड़ा फैसला लिया गया हो| क्योंकि पीएम मोदी ने साफ कह दिया है कि जो भी इस हमले में शामिल है उनसे सख्ती से निपटा जाएगा। लेकिन हमले के बाद भारत में जिस तरह से एक्शन लिए जा रहे हैं उससे पाकिस्तान में भी हड़कंप मचा हुआ है। पूरे पाकिस्तान में इस बात की घबराहट है कि कहीं भारत नया ऑपरेशन सिंदूर चलाकर उस पर फिर से अटैक ना कर दे क्योंकि ये बात दुनिया को अच्छे से पता है कि आतंकियों का सरगना पाकिस्तान ही है और जितने भी भारत में हमले हुए हैं उन सभी में पाकिस्तान का ही हाथ सामने आया है। इसीलिए ही पाकिस्तान घबराया हुआ है। हमले के बाद पाकिस्तान में खौफ का क्या आलम है।
दरअसल हमले के बाद पूरी रात पाकिस्तान में मीटिंगों का दौर चलता रहा। पीएम शहबाज शरीफ भी एनएसए और डीजीआईएसआई के साथ देर रात तक बैठकें करते रहे। अब हमले की घबराहट में पीएम शबाज ने राजस्थान से लगी सीमा पर वायु सेना की पेट्रोलिंग शुरू करा दी है। यही नहीं बल्कि पाकिस्तान की तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने एक इमरजेंसी बैठक की है। पूरा पाकिस्तान हाई अलर्ट पर है। यानी कि ब्लास्ट के बाद जिस तरह की चर्चा पूरे भारत में है अब पाकिस्तान को भी वही भय सता रहा है।
अमेरिकी दूतावास ने भारत में मौजूद अपने लोगों से लाल किले के आसपास और अन्य भीड़भाड़ वाले पर्यटक स्थलों से दूरी बनाए रखने और सतर्क रहने की सलाह दी है। इसी के साथ ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने भी चेतावनी जारी करते हुए अपने नागरिकों को भारत-पाकिस्तान सीमा से 10 किमी के अंदर आने वाले इलाकों में यात्रा ना करने की सलाह दी है। ब्रिटिश सरकार ने अपने लोगों को जम्मू कश्मीर और मणिपुर राज्य में ना जाने की एडवाइज़री जारी की है। वह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के हमलों को काबुल में तालिबान शासन से जोड़ता रहा है और उसे "भारत की कठपुतली" कहता रहा है। उसने टीटीपी को भारत से जोड़ने के लिए हास्यास्पद रूप से उसका नाम फ़ितना अल हिंदुस्तान भी रखा है।