By अभिनय आकाश | Sep 17, 2025
अन्नाद्रमुक प्रमुख एडप्पादी केपलानीस्वामी (ईपीएस) ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक पसुम्पोन मुथुरामलिंगा थेवर को भारत रत्न देने की मांग वाली याचिका सौंपी। यह मुलाकात लगभग 20 मिनट तक चली, जिसके बाद ईपीएस और शाह के बीच 10 मिनट तक निजी बातचीत हुई। सूत्रों के अनुसार, ईपीएस ने शाह से पार्टी एकीकरण के नाम पर अन्नाद्रमुक के किसी भी नेता, जिसमें निष्कासित सदस्य भी शामिल हैं, से बातचीत न करने का आग्रह किया।
कुछ दिन पहले, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नैनार नागेंद्रन ने कहा था कि पलानीस्वामी अन्नाद्रमुक के बारे में जो कहते हैं, वह मायने रखता है। नागेंद्रन ने संकेत दिया कि अन्नाद्रमुक पलानीस्वामी के साथ है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अन्नाद्रमुक महासचिव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार स्वीकार कर लिया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम और एएमएमके नेता टी. टी. वी. दिनाकरन के साथ बातचीत करने और उन्हें राजग में वापस लाने को तैयार हूं।’’ अन्नाद्रमुक के एक सूत्र ने कहा कि पलानीस्वामी शाह को बता सकते हैं कि उन्होंने पार्टी में अपनी स्थिति पहले ही मजबूत कर ली है और अगर कुछ लोगों को फिर से शामिल किया गया, तो एकता की वकालत करने वाली ‘कुछ आवाजें’ चुनाव प्रचार में पार्टी की संभावनाओं को पटरी से उतार देंगी।
अपने दिल्ली प्रस्थान से पहले, पलानीस्वामी ने विलय पर अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा कि जिन लोगों ने अन्नाद्रमुक मुख्यालय में तोड़फोड़ की, जिसे पार्टी कार्यकर्ता ‘मंदिर’ मानते थे, उनके लिए अन्नाद्रमुक में कोई जगह नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री सी एन अन्नादुरई की जयंती पर 15 सितंबर को यहां अन्नाद्रमुक द्वारा आयोजित एक बैठक को संबोधित करते हुए पलानीस्वामी ने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि उनका दिल्ली दौरा अन्नाद्रमुक के आंतरिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए है।