By अंकित सिंह | Dec 18, 2025
दिल्ली के मंत्री परवेश साहिब सिंह वर्मा ने गुरुवार को कहा कि मौजूदा दिल्ली सरकार (भाजपा) अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पिछली आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा छोड़े गए प्रदूषण और नागरिक मुद्दों को हल कर रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में ये समस्याएं रातोंरात पैदा नहीं हुईं, बल्कि आम आदमी पार्टी की 11 साल की उपेक्षा का नतीजा हैं। दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, वर्मा ने नागरिक और पर्यावरण संबंधी कई कार्यों की सूची दी, जिन्हें उनके अनुसार पिछले एक दशक में पूरा किया जाना चाहिए था। इनमें कूड़े के ढेर हटाना, फुटपाथों और पार्कों की मरम्मत, ई-कचरा प्रबंधन, यमुना की सफाई, नालियों का रखरखाव, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, जल शोधन सुविधाएं, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, सड़क सफाई और इलेक्ट्रिक वाहन नीति का कार्यान्वयन शामिल हैं।
वर्मा ने कहा कि ये सभी काम 11 वर्षों में पूरे हो जाने चाहिए थे। अगर आधा काम भी पूरा हो जाता, तो हमें केवल शेष काम ही पूरा करना होता। लेकिन एक भी काम पूरा नहीं हुआ। हमारे काम शुरू करने से पहले, इन परियोजनाओं में से पांच प्रतिशत से भी कम पर अमल हुआ था। उन्होंने कहा कि दिल्ली की मौजूदा सरकार 20 फरवरी, 2025 को बनी थी और दावा किया कि अगले ही दिन से मुख्यमंत्री, मंत्री और अधिकारी नागरिक मुद्दों को सुलझाने के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रहे थे।
वर्मा ने आगे कहा कि मानसून से पहले प्रमुख नालों की सफाई की गई और लगभग 20 लाख मीट्रिक टन कचरा हटाया गया, जिससे मिंटो ब्रिज सहित पहले से ही संवेदनशील स्थानों पर जलभराव को रोकने में मदद मिली। मंत्री ने कहा कि सरकार ने दिवाली, छठ पूजा और दुर्गा पूजा जैसे त्योहारों के दौरान भी सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित की, जिससे निवासियों को बिना किसी बाधा के उत्सव मनाने का मौका मिला।
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पूर्व दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए वर्मा ने कहा कि आज जब हम प्रदूषण की बात करते हैं, तो यह सिर्फ एक साल में पैदा हुई समस्या नहीं है। दिल्ली में प्रदूषण वर्षों से बढ़ रहा है। अगर अरविंद केजरीवाल ने थोड़ा सा भी काम किया होता, तो हमें सिर्फ बचा हुआ काम ही पूरा करना होता। दुर्भाग्य से, केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को गुमराह किया और धोखा दिया, और अब अधूरे कामों का भारी बोझ हमें परेशान कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि सब्सिडी के बहाने उन्होंने लोगों का ध्यान भटकाया, तमाशे और नाटक रचे, जबकि असल में जो काम होना चाहिए था, उसे नजरअंदाज कर दिया गया। ज़मीनी स्तर पर असली काम तो पिछले नौ महीनों से ही चल रहा है। आप दिल्ली प्रमुख सौरभ भारद्वाज की आलोचना का जवाब देते हुए वर्मा ने कहा कि क्षतिग्रस्त सड़कें और टूटी हुई नालियां पिछले नौ महीनों का नतीजा नहीं हैं, बल्कि वर्षों की खराब योजना का परिणाम हैं।