By अनन्या मिश्रा | Nov 12, 2025
अगर आप PCOS, थायराइड और मोटापे जैसी हेल्थ समस्याओं से परेशान हैं। तो इन समस्याओं की वजह से आपका शरीर पहले जैसे शेप में नहीं रहा। या आप खुद को थका-थका महसूस करती हैं। तो इन समस्याओं से निजात पाने के लिए महिलाएं दवाएं, डाइटिंग और तरह-तरह के घरेलू नुस्खों को आजमाती रहती हैं। लेकिन इसके बाद भी मनचाहा रिजल्ट नहीं मिल पाता है। कई बार अनहेल्दी डाइट, हार्मोनल असंतुलन और इनएक्टिव लाइफस्टाइल की वजह से इन समस्याओं से छुटकारा पाना मुश्किल हो जाता है।
लेकिन अब आपको भी ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं हैं। क्योंकि आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपके साथ 9 आसान और असरदार लाइफस्टाइल टिप्स लेकर आए हैं। जो आपकी समस्याओं को कंट्रोल करने में सहायता करेंगे, बल्कि आपकी ओवरऑल हेल्थ और फिटनेस को भी बेहतर करेंगे। आप इन आसान टिप्स को अपनी डेली रूटीन में बिना किसी परेशानी के शामिल कर सकती हैं।
आपको अपने दिन की शुरूआत एक गिलास गुनगुने पानी से मलासन में बैठकर करना चाहिए। इसमें एक चम्मच गाय का घी मिलाएं। यह आपके डाइजेशन को अच्छा करता है और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है, जिससे वेट तेजी से कम होता है।
रोजाना 12 सूर्य नमस्कार, 21 बार अनुलोम-विलोम, 21 बार भ्रामरी आसन और कम से कम 45 मिनट कार्डियो एक्सरसाइज करना चाहिए। इन एक्सरसाइज को करने से शरीर एक्टिव रहता है और वेट लॉस में भी मदद मिलती है।
कई महिलाओं को आदत होती है कि वह स्ट्रेस होने पर अधिक खाने लगती हैं। इसलिए तनाव को कंट्रोल करने के लिए रोजाना 20 मिनट मेडिटेशन करना चाहिए। इससे आपका फोकस अच्छा रहता है।
सुबह गुनगुने पानी में आधा चम्मच आंवला पाउडर मिलाकर इसका सेवन करना चाहिए। यह थायराइड के काम को सपोर्ट करता है और इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है।
आपको अपने भोजन में गुड फैट, प्रोटीन और फाइबर को शामिल करना चाहिए। आपको दिन के किसी भी मील को स्किप नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह मेटाबॉलिज्म पर बुरा असर डालता है।
अगर संभ हो तो किसी अच्छी आयुर्वेदिक चाय का सेवन करना चाहिए। जो स्किन की चमक, ब्लड सर्कुलेशन और मेटाबॉलिज्म को अच्छा बनाने के साथ स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है।
पीसीओएस नॉर्मल हेल्थ कंडीशन है। यह आपके हार्मोन को प्रभावित करती है। इसके होने पर पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं और बाल ज्यादा उगने लगते हैं। वहीं पीसीओएस होने पर मुंहासे होने लगते हैं और इनफर्टिलिटी की समस्या भी होती है।
रात भर के लिए एक चम्मच मेथी दाना भिगोकर रखें और सुबह खाली पेट इसको चबाकर खाएं या फिर आधा चम्मच मेथी पाउडर का सेवन करें। यह हार्मोनल बैलेंस और इंसुलिन रेजिस्टेंस को अच्छा करता है।
रात का खाना 8 बजे से पहले खाने की आदत डालें, यह आपके हार्मोंस और डाइजेशन को अच्छा बना सकता है।
काली मिर्च एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और यह पीसीओएस को मैनेज कर सकती है। काली मिर्च में ऐसे एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जोकि चर्बी को कम करने में सहायता करते हैं। काली मिर्च इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करती है। यह एंटी इंफ्लेमेटरी के तौर पर काम करती है, जिससे हार्मोन संतुलन होते हैं।