By नीरज कुमार दुबे | Aug 16, 2024
कश्मीर में उपराज्यपाल प्रशासन द्वारा हथकरघा उद्योग को तमाम तरह के प्रोत्साहन दिये जा रहे हैं साथ ही समय-समय पर प्रदर्शनियां लगाकर उनके उत्पादों को लोगों के बीच पहुँचाने का प्रयास भी किया जाता है। हम आपको बता दें कि हथकरघा उद्योग के महत्व और देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में इसके योगदान के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए बुनकरों ने कश्मीर में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया। इसमें पूरे कश्मीर संभाग से खूबसूरत हथकरघा उत्पादों को स्टालों पर प्रदर्शित किया गया था। प्रभासाक्षी संवाददाता ने इस प्रदर्शनी का जायजा लिया। इस दौरान बुनकरों ने उनके कल्याण के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की। बुनकरों ने कहा कि सरकार ने पिछले कुछ वर्षों से बुनकर समुदाय के कल्याण के लिए जीआई टैग, प्रदर्शनियां और ऋण योजनाएं जैसी कई पहले की हैं।
इस बीच हथकरघा विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि आयोजन का उद्देश्य "शिल्पकारों पर ध्यान केंद्रित करना और बुनकर समुदाय को आगे बढ़ाना है।'' उन्होंने कहा कि कश्मीर में बुनकरों ने इस शिल्प को जीवित रखने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत की है और यह उनके प्रयासों की मान्यता है कि यूनेस्को ने श्रीनगर को "क्रिएटिव सिटी" के रूप में चुना और हाल ही में वर्ल्ड क्राफ्ट काउंसिल द्वारा इसे वर्ल्ड क्राफ्ट सिटी के रूप में मान्यता दी गई।