प्रतापगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सपा-बसपा और कांग्रेस को जमकर लताड़ा। उन्होंने कहा कि अब ये साफ हो चुका है कि समाजवादी पार्टी ने गठबंधन के बहाने बहन मायावती का तो फायदा उठा लिया, लेकिन अब बहन जी को समझ आ गया है कि सपा और कांग्रेस ने बहुत बड़ा खेल खेला है। बहनजी को अब समझ में आ गया है और वह खुलेआम कांग्रेस की आलोचना करती हैं, कांग्रेस को कोसती हैं। वहीं समाजवादी पार्टी, कांग्रेस पर नर्मी दिखाती है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों ने जिस तरह ठान लिया है कि विकास के आगे उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है। इन महामिलावटी लोगों को समझ ही नहीं आ रहा है कि अब बचा हुआ चुनाव बचाने के लिए कौन सा खेल खेला जाए। इसी के साथ प्रधानमंत्री ने कहा कि साथियों 4 चरणों के मतदान के बाद उत्तर प्रदेश के लोगों ने तय कर दिया है कि नतीजे क्या आने वाले हैं। अब पांचवे चरण से पहले ये महामिलावटी लोग, अगर आपका ये उत्साह देख लेंगे, तो चुनाव का मैदान ही छोड़ने की सोचने लगेंगे।
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उन्होंने कहा कि जो पार्टी पहले चरण के मतदान से पहले खुद को प्रधानमंत्री पद की दावेदार बता रही थी, वो अब ये मानने लगी है कि हम तो यूपी में सिर्फ वोट काटने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। वोट काटना, समाज तोड़ना, देश बांटना, कैबिनेट का अध्यादेश फाड़ना, यही कांग्रेस की पहचान बन गया है। कांग्रेस का कितना पतन हो गया है, ये इसका सबूत है। उन्होंने कहा कि इन्होंने जो-जो झूठ गढ़े थे वो सारे हवा हो चुके हैं। इसलिए अब गाहे-बगाहे ये अपनी सच्चाई खुद स्वीकारने लगे हैं।
मुझे पानी पी-पीकर गालियां देने के बाद जब ये लोग मुझतक नहीं पहुंच पाए तो मेरी छवि धूमिल करना चाहते है। नामदारों कान खोलकर सुन लो, ये मोदी राज परिवार में पैदा नहीं हुआ है जबकि भारत मां की गोद में धूल फांक-फांककर पैदा हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि कल तक कांग्रेस के नामदार कहते थे कि वो मोदी के प्रभाव से डरते हैं। अब वो कहने लगे हैं कि मोदी से तब तक नहीं जीत सकते, जब तक मोदी की मेहनत और मोदी की देशभक्ति पर दाग न लग जाए।
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प्रधानमंत्री ने महामिलावट का जिक्र करते हुए कहा कि मजबूरी और अवसरवाद की इस महामिलावट का पंजा, बहुत खतरनाक है। जब-जब ये महामिलावट पंजा सत्ता में आता है, देश को इसका नुकसान उठाना पड़ता है। हालांकि प्रधानमंत्री ने महामिलावट के पंजे का उल्लेख करते हुए कहा कि महामिलावट के इस पंजे के पाँच भयानक खतरे हैं- पहला खतरा- भ्रष्टाचार, दूसरा खतरा - अस्थिरता, तीसरा खतरा - जातिवाद, चौथा खतरा - वंशवाद, पाँचवाँ खतरा- कुशासन।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नामदार किसानों की ज़मीन को ट्रस्ट के नाम पर कब्जा करते हैं और फिर उसको हड़प लेते हैं। किसानों से जमीन लेते हैं फैक्ट्री के नाम पर उस पर अपने लिए नोटों की खेती करते हैं। यहां अमेठी में तो यही हुआ था ना। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस और उसके महामिलावटी साथी ऐसी सरकार दे ही नहीं सकते, जो स्थिर हो, टिकाऊ हो। आप लोगों को नहीं भूलना चाहिए कि केंद्र में अंतिम बार जब थर्ड फ्रंट की सरकार बनी थी तो वो दो साल से भी कम चल पाई थी। इसी छोटी अवधि में भी उसने दो प्रधानमंत्री देख लिए थे।
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पुरानी सरकारों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि चरण सिंह जी और चंद्रशेखर जी की सरकारें भी चल नहीं पाईं क्योंकि कांग्रेस ने कुछ समय के अंदर ही अपना समर्थन वापस ले लिया था। इसी तरह जब सपा-बसपा आखिरी बार साथ आए थे, तब उनकी सरकार दो साल भी नहीं चल पाई थी।