By अंकित सिंह | Jun 14, 2019
एससीओ शिखर सम्मेलन की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान पर बिना नाम लिए कड़ा प्रहार किया है और कहा है कि आतंकवाद का समर्थन, सहायता और वित्तपोषण कर रहे देशों की जवाबदेही तय होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि साहित्य और संस्कृति हमारे समाज को एक सकारात्मक गतिविधि प्रदान करती है और युवाओं में कट्टरता के प्रसार को रोकती है। श्रीलंका की अपनी यात्रा के दौरान मैंने सेंट एंथोनी के धर्मस्थल का दौरा किया, जहां मैंने आतंकवाद के कुरूप चेहरे को देखा, जो निर्दोष लोगों की जान लेता है।
मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग को मजबूत करने की एससीओ की भावना और उसके विचारों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद मुक्त समाज के लिए खड़ा है। मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मौजूदगी में कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए देशों को अपने संकीर्ण दायरे से बाहर आकर इसके खिलाफ एकजुट होना होगा।
मोदी ने कहा कि भारत अभी 2 वर्ष से एससीओ का स्थायी सदस्य हैं, हमने एससीओ की सभी गतिविधियों में सकारात्मक योगदान दिया है। हमने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एससीओ की भूमिका और विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए काम जारी रखा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए सभी मानवीय शक्तियों को एक साथ आगे आना चाहिए।