By जे. पी. शुक्ला | Nov 24, 2025
पंजाब सरकार संपत्ति की बिक्री के पंजीकरण के तरीके में संशोधन लागू करने के लिए पूरी तरह तैयार हो गया है। अब दस्तावेज़ जमा करने के 48 घंटों के भीतर बिक्री विलेखों का पंजीकरण हो जाएगा।
पंजाब भर में संपत्ति के लेन-देन को बदलने के लिए एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए राज्य सरकार 'आसान पंजीकरण' नामक एक नई योजना शुरू कर रही है, जिससे संपत्ति की बिक्री का पंजीकरण केवल 48 घंटों के भीतर हो जाएगा। इस पहल का आधिकारिक शुभारंभ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल करेंगे।
निवासियों के पास जमा करने के लिए दस्तावेज़ घर बैठे प्राप्त करने का विकल्प भी होगा। बिक्री विलेख के पंजीकरण के लिए भुगतान सेवा सहायकों के माध्यम से किया जा सकेगा। इस योजना के तहत नागरिक "कहीं भी पंजीकरण" पोर्टल के माध्यम से घर बैठे ही दस्तावेज़ जमा करने, भुगतान करने और बिक्री विलेख के लिए पूर्व-अनुमोदन प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे।
पंजाब में 'ईज़ी रजिस्ट्री' संपत्ति पंजीकरण प्रणाली एक डिजिटल पहल है जिसका उद्देश्य संपत्ति पंजीकरण प्रक्रिया को सरल और डिजिटल बनाना है। यह नागरिकों को अपनी संपत्ति ऑनलाइन पंजीकृत करने की सुविधा प्रदान करती है, जिससे सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने की आवश्यकता कम हो जाती है और बिचौलियों की भागीदारी समाप्त हो जाती है। यह प्रणाली उपयोगकर्ता-अनुकूल और सुलभ है, जो संपत्ति पंजीकरण से जुड़े विभिन्न विभागों को एक सुव्यवस्थित मंच पर एकीकृत करती है।
इस पहल से डेटा सुरक्षा में वृद्धि, छेड़छाड़ के जोखिम को कम करने और नागरिकों के समय की बचत होने की उम्मीद है। 'ईज़ी रजिस्ट्री' प्रणाली वर्तमान में एक पायलट परियोजना है, जिसे पूरे पंजाब में विस्तारित करने की योजना है।
पंजाब में 'ईज़ी रजिस्ट्री' प्रणाली एक डिजिटल संपत्ति पंजीकरण प्लेटफ़ॉर्म है जो नागरिकों के लिए प्रक्रिया को सरल बनाता है। यह इस प्रकार काम करता है:
- ऑनलाइन आवेदन: नागरिक आधिकारिक ईज़ी रजिस्ट्री पोर्टल पर बिक्री विलेख, पहचान प्रमाण और संपत्ति विवरण जैसे आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं।
- भुगतान: पंजीकरण शुल्क और स्टाम्प शुल्क का भुगतान सुरक्षित रूप से ऑनलाइन किया जाता है, जिससे नकद लेनदेन या भौतिक यात्राओं की आवश्यकता कम हो जाती है।
- कार्यालय चयन: नागरिक अपने ज़िले में किसी भी उप-पंजीयक कार्यालय का चयन कर सकते हैं, जो लचीलापन और सुविधा प्रदान करता है।
- दस्तावेज़ उठाना: सेवा सहायक नागरिक के घर से भौतिक दस्तावेज़ एकत्र करते हैं और उन्हें चयनित कार्यालय तक पहुँचाते हैं।
- सत्यापन: उप-पंजीयक कार्यालय जमा किए गए दस्तावेज़ों का सत्यापन करता है और 48 घंटों के भीतर पंजीकरण को अंतिम रूप देता है।
- रीयल-टाइम अपडेट: उपयोगकर्ता पूरा होने पर एसएमएस या ईमेल के माध्यम से रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करते हैं।
- डिजिटल संग्रहण: पंजीकृत दस्तावेज़ डिजिटल रूप से संग्रहीत होते हैं और पोर्टल के माध्यम से कभी भी सुलभ होते हैं।
प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार हैं:
- इस कदम का उद्देश्य नागरिकों को भ्रष्टाचार मुक्त और परेशानी मुक्त पंजीकरण प्रदान करना है और वे अपने निवास के निकटतम कार्यालय में बिक्री विलेख पंजीकृत कराने का निर्णय ले सकते हैं।
- नई प्रक्रिया का उद्देश्य तहसील कार्यालयों में होने वाली देरी को खत्म करना और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना है, जो संपत्ति पंजीकरण से जुड़े नागरिकों के बीच लंबे समय से एक शिकायत रही है।
- इस योजना के तहत निवासियों को अब किसी विशिष्ट तहसील कार्यालय से बंधे रहने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके बजाय, उन्हें उस जिले के किसी भी उप-पंजीयक कार्यालय को चुनने की स्वतंत्रता होगी जहाँ उनकी संपत्ति स्थित है।
- इस लचीलेपन से पंजीकरण प्रक्रिया, खासकर आधिकारिक तहसील कार्यालय से दूर रहने वालों के लिए, काफी सुविधाजनक होने की उम्मीद है।
- नागरिक-अनुकूल सुविधाओं के अलावा, सरकार घर बैठे दस्तावेज़ संग्रहण सेवा भी प्रदान करेगी। एक बार दस्तावेज़ जमा करने के लिए तैयार हो जाने पर उन्हें आवेदक के घर से ही प्राप्त किया जा सकता है, जिससे सरकारी कार्यालयों के बार-बार चक्कर लगाने की आवश्यकता कम हो जाएगी।
पंजाब में आसान रजिस्ट्री योजना कई लाभ प्रदान करती है जिनका उद्देश्य संपत्ति पंजीकरण प्रक्रिया को सरल और डिजिटल बनाना है:
- बिचौलियों का उन्मूलन: बिचौलियों को हटाकर, यह योजना एक अधिक पारदर्शी और कुशल प्रक्रिया सुनिश्चित करती है।
- एजेंटों पर निर्भरता में कमी: नागरिक एजेंटों या दलालों की आवश्यकता के बिना अपना पंजीकरण पूरा कर सकते हैं, जिससे एक अधिक सरल अनुभव प्राप्त होता है।
- एंड-टू-एंड डिजिटल ट्रैकिंग: यह योजना दस्तावेजों की एंड-टू-एंड डिजिटल ट्रैकिंग प्रदान करती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि सभी चरणों की निगरानी और प्रबंधन ऑनलाइन किया जाता है।
- एकल-खिड़की निकासी प्रणाली: यह प्रणाली देरी और मैन्युअल हस्तक्षेप को कम करती है, जिससे पंजीकरण प्रक्रिया सुव्यवस्थित होती है।
- तेज़ गति: पंजीकरण 48 घंटों के भीतर पूरा हो जाता है, जिससे संपत्ति के स्वामित्व तक त्वरित पहुँच मिलती है।
- भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण: बिचौलियों और मध्यस्थों का उन्मूलन पारदर्शिता बढ़ाता है और भ्रष्टाचार के जोखिम को कम करता है।
- ये लाभ सामूहिक रूप से पंजाब में एक अधिक कुशल और सुलभ संपत्ति पंजीकरण प्रणाली में योगदान करते हैं, जिससे नागरिकों और सरकार दोनों को लाभ होता है।
- जे. पी. शुक्ला