By अनन्या मिश्रा | May 05, 2024
हर साल मई महीने के पहले रविवार को विश्व हास्य दिवस मनाया जाता है। बता दें कि पहली बार साल 1998 में इस दिन को मनाया गया था। वर्ल्ड लाफ्टर डे मनाए जाने का उद्देश्य तनाव को कम करने के साथ लोगों को सुखी जीवन जीने की सीख देना था। डॉक्टर्स की मानें, तो हंसने से कई बीमारियों से खुद को बचाया जा सकता है। क्योंकि हंसने से फेफड़े में ऑक्सीजन का इनटेक बढ़का है और वह बेहतर तरीके से काम करते हैं।
इसके अलावा इम्यून सिस्टम के साथ ब्लड सर्कुलेटरी सिस्टम मजबूत होता है और हंसने से बॉडी में एंडोर्फिन का स्त्राव होता है। एंडोर्फिन एक हैप्पी हार्मोन होता है, जो तनाव और दर्द को दूर करने वाला नेचुरल पेनकिलर माना जाता है। इससे हार्ट और ब्रेन की काम करने की क्षमता भी अच्छी होती है। इसलिए खुद को खुश रखने दूसरों के हंसने-गुदगुदाने का मौका मिस नहीं करना चाहिए। ऐसे में आप इन टिप्स को फॉलोकर घर के माहौल को लाइट और टेंशन फ्री रख सकते हैं।
इम्यून सिस्टम के साथ ब्लड सर्कुलेटरी सिस्टम मजबूत होता है। हंसने से शरीर में एंडोर्फिन (हैप्पी हार्मोन) का स्राव होता है, जो तनाव और दर्द को दूर करने वाला नेचुरल पेनकिलर माना जाता है। इससे हार्ट और ब्रेन के काम करने की क्षमता भी बेहतर होती है। खुद खुश रहने के दूसरों को भी हंसने-गुदगुदाने का मौका मिस नहीं करना चाहिए, तो घर के माहौल को इन तरीकों से रख सकते हैं लाइट और टेंशन फ्री।
डाइनिंग टेबल पर बनाएं माहौल
एकदम समय पर लंच या डिनर के लिए टेबल पर न पहुंचे, बल्कि परिवार के सारे सदस्यों को 10-15 मिनट पहले डाइनिंग टेबल पर एकत्र होने के लिए कहें। यहां पर आप फोन और टीवी से दूर अपनी लाइफ या फिर पुरानी किसी गुदगुदाने वाले किस्से-कहानियां एक-दूसरे को सुना सकते हैं। अगर बातों के पिटारे में कुछ न हो तो जोक से भी काम चला सकते हैं।
निगेविट बातों या खबरों से रहें दूर
किसी खास चीज पर चर्चा करने से आपसी तनाव बढ़ता है। इसलिए ऐसी बातों से बचना चाहिए। गॉसिप सभी को अच्छी लगती है, लेकिन यह मनमुटाव की वजह भी बन सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि गॉसिप या फिर निगेटिव चीजों से दूरी बनाएं।
कॉमेडी शो देखें
परिवार के साथ बैठकर कॉमेडी शो देख सकते हैं। यह पारिवारिक माहौल को खुशनुमा बनाए रखने का अच्छा तरीका है। टीवी पर कई ऐसे शो आते हैं, जिनका मकसद हंसना-हंसाना है। इसलिए फ्री में मिलने वाले गुदगुदाने के मौके को खोना नहीं चाहिए।
दोस्तों के साथ बिताएं वक्त
दोस्तों के ग्रुप में बिलकुल अलग पर्सनैलिटी के लोग होते हैं। जिनके साथ थोड़ी देर बात करने से हर तरह की टेंशन और दुख-दर्द गायब हो जाते हैं। इसलिए ऐसे लोगों को अपनी जिंदगी में जरूर शामिल करना चाहिए। अगर आप ऐसे लोगों के साथ बात करेंगे, तो आपका मन हल्का होगा।