By अभिनय आकाश | Jun 05, 2025
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इन दिनों लगातार यूक्रेन के हमले का सामना कर रहे हैं। पहले तो यूक्रेन ने रूस के एयरबेस को निशाना बनाया और उसके 40 बॉम्बर विमानों को उड़ा डाला। यूक्रेन की इस तबाही के बाद जेलेंस्की यहीं नहीं रुकते हैं। उसके बाद उसने कई ब्रिज और रेलवे ट्रैक को भी उड़ाने का काम किया। इन बॉमबर्स को उड़ाने के बाद यूक्रेन ने कई ब्रिज को भी निशाना बनाया। इसमें क्रीमिया का वो ब्रिज भी शामिल है, जिसे पुतिन का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया जाता है। यूक्रेन की तरफ से मचाई गई तबाही का वीडियो भी सामने आया है। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ऑपरेशन 'स्पाइडरवेब' के हिस्से के रूप में 117 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, जिसके परिणामस्वरूप ओलेन्या, इवानोवो, डायगिलेवो और बेलाया हवाई अड्डों पर तैनात 34 प्रतिशत रणनीतिक क्रूज मिसाइल वाहकों को नुकसान पहुंचा, जिसकी अनुमानित लागत 7 बिलियन डॉलर से अधिक है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा सेवा के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऑपरेशन 'स्पाइडरवेब' द्वारा साबित की गई सबसे महत्वपूर्ण बात यह है: युद्ध अब हमलावर को भी ठोस नुकसान और क्षति पहुंचा रहा है। यह न्याय की बहाली है। और यह वास्तविक शांति की ओर दबाव है। यूक्रेन की सुरक्षा सेवा द्वारा साझा की गई फुटेज में चार हवाई अड्डों पर तैनात विमानों के पास ड्रोन को आते हुए दिखाया गया है। बाद में कुछ विमानों से धुआँ और लपटें उठती हुई दिखाई देती हैं। सुरक्षा सेवा ने कहा कि वह इस ऑपरेशन की तैयारी डेढ़ साल से कर रही थी।
लगातार यूक्रेन का राजनीतिक नेतृत्व इसकी जिम्मेदारी भी ले रहा है। अब जब पुतिन सामने आए हैं तो वो इसे आतंकवादी हमला करार दे रहे हैं। यूक्रेन के राजनीतिक नेतृत्व पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहे हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बयान को सुनेंगे तो ऐसा लगता है कि रूस वाकई में कुछ बड़ी तैयारी में है। रूस जिस तरह से बार बार यूक्रेन के इन हमलों को आतंकवादी कृत्यों से जोड़ रहे हैं। ऐसे में रूस किसी निर्णायक कदम की ओर बढ़ रहा है। इसकी संभावना जताई जा रही है।