रिजर्व बैंक ने एनबीएफसी को एकल श्रेणी में मिलाया

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 23, 2019

मुंबई। रिजर्व बैंक ने गैर बैंकिंग ऋणदाताओं को परिचालन में अधिक लचीलापन उपलब्ध कराने के लिए उनके तीन स्तर के मौजूदा ढांचे को एकल श्रेणी बना दिया है। केंद्रीय बैंक ने यह भी फैसला किया है कि सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को मिले कर्ज अब क्रेडिट रेटिंग की तरह जोखिम भारांश वाला होगा। इसमें मूल निवेश कंपनियां शामिल नहीं हैं।

इसे भी पढ़ें: RB के समक्ष मुद्दे उठाने को जायज ठहराते हुये जेटली ने कहा, देश संस्थानों से अधिक महत्वपूर्ण 

 

रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है कि एनबीएफसी को परिचालन में अधिक लचीलापन देने का फैसला किया गया है। विभिन्न श्रेणियों की एनबीएफसी में तालमेल बैठाने का कार्य गतिविधि के आधार पर नियमन के सिद्धान्त से किया जाएगा, बजाय इकाई द्वारा नियमन से।

इसे भी पढ़ें: अलग ऋण प्रबंधन कार्यालय स्थापित करने का समय आ गया है: नीति आयोग

संपत्ति वित्त कंपनियों, ऋण कंपनियों और निवेश कंपनियों को मिलाकर एनबीएफसी-निवेश एवं ऋण कंपनियां (एनबीएफसी-आईसीसी) बनाया गया है। 

प्रमुख खबरें

कौन है असली ग्रुप ऑफ डेथ? FIFA World Cup 2026 ड्रॉ के बाद विश्लेषकों की राय, इन ग्रुप्स पर टिकी नजरें

India-US Trade Pact: 10 दिसंबर से शुरू होगा पहले चरण का मंथन, टैरिफ पर हो सकती है बात

रूस में फैलेगा पतंजलि का साम्राज्य, MoU साइन, योग और भारतीय संस्कृति का बढ़ेगा प्रभाव

7 दिसंबर तक रिफंड-क्लियर करो, 48 घंटे में सामान घर पहुंचाओ, वरना होगी सख्त कार्रवाई, सरकार की लास्ट वॉर्निंग