महाराष्ट्र में घट रहा बाढ़ का पानी, मुंबई-बेंगलुरू राजमार्ग खोला गया

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 12, 2019

मुम्बई। महाराष्ट्र के कोल्हापुर में बाढ़ की वजह से पिछले छह दिन से बंद मुम्बई-बेंगलुरू राष्ट्रीय राजमार्ग को पानी घटने के बाद सोमवार को खोल दिया गया। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। छह लेन के राष्ट्रीय राजमार्ग 4 पर शिरोली पुल से एक लेन के माध्यम से कोल्हापुर और बेलगाम के बीच यातायात को चालू कर दिया गया। पिछले हफ्ते बाढ़ में इस व्यस्त राजमार्ग के डूब जाने के बाद हजारों वाहन फंस गए थे। कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक अभिनव देशमुख ने कहा कि पानी का स्तर घट गया है और शिरोली पुल का अब वाहनों की आवाजाही के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने एहतियात के तौर पर इस राजमार्ग के एक तरफ एक एक ही लेन को खोलने का फैसला किया है।

इसे भी पढ़ें: BSNL ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में पेश की मुफ्त अनलिमिटेड कॉल की सुविधा

कोल्हापुर जिला कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि वैसे तो अब भी पुल पर थोड़ा-बहुत पानी बह रहा है, लेकिन इसके घटने की उम्मीद है। अधिकारी ने कहा कि कोल्हापुर से बहने वाली कृष्णा नदी की बड़ी सहायक नदी पंचगंगा में जलस्तर रातभर में एक फुट घटा है लेकिन अब भी जलस्तर खतरे के स्तर 49 फुट पर है। उन्होंने कहा कि पंचगंगा के तटबंधीय क्षेत्रों में बारिश रुक गयी है लेकिन बांधों से नदी में अब भी पानी बह रहा है। जलस्तर जब घट जाएगा तो कोल्हापुर में सड़कों को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार सेना, वायुसेना, नौसेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, तटरक्षक बल, राज्य आपदा मोचन बल, पुलिस और स्थानीय अधिकारियों की करीब 105 टीम पश्चिमी महाराष्ट्र क्षेत्र में बचाव कार्य में जुटी हैं। 

इसे भी पढ़ें: बाढ़ प्रभावित वायनाड में स्थिति का जायजा लेने केरल पहुंचे राहुल गांधी

उनके मुताबिक 54 बचाव टीम कोल्हापुर में सक्रिय हैं जबकि 51 सांगली में कार्यरत हैं। राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया था कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से अब तक करीब 4.48 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इनमें 4.04 लाख लोग कोल्हापुर और सांगली के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकाले गए हैं। उन्हें 372 अस्थायी शिविरों और आश्रयस्थलों पर पहुंचाया गया है। सांगली और कोल्हापुर के मुसलमानों ने सोमवार को ईद उल अजहा बिल्कुल सादगी से मनाने और बाढ़ प्रभावितों को दान करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा था कि हर बाढ़ प्रभावित परिवार को पांच-पांच हजार रुपये नकद दिए जाएंगे और बाकी वित्तीय सहायता उनके बैंक खातों में पहुंचायी जाएगी।

प्रमुख खबरें

Akshay Tritiya 2024: सोना-चांदी नहीं खरीद सकते अक्षय तृतीया पर, तो घर में लाएं ये चीजें, सौभाग्य में होगी वृद्धि

सकारात्मक रही आज घरेलू बाजार की शुरुआत, Sensex 152 अंक चढ़कर 74,823 पर हुआ ओपन

कांग्रेस पर बरसे योगी आदित्यनाथ, कहा- पार्टी का इतिहास संविधान का गला घोंटने का रहा है

Maharashtra : खुद को सरकारी अधिकारी बताकर एक व्यक्ति ने कारोबारी से दो करोड़ रुपये ठगे