उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में अपने पिछले खराब रिकार्ड का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘2013 में यह अलग बात थी। मैं तब मध्यक्रम बल्लेबाज से सलामी बल्लेबाज की भूमिका में आया था। मैं अब जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहा हूं, इसमें काफी निखार हुआ है। 2013 से पहले या 2013 में जो कुछ हुआ, उसे भूल जाओ।''
रोहित ने कहा, ‘‘इस तरह के हालात आते हैं, जब आप अपनी पूरी कोशिश करते हो, लेकिन चीजें आपके हिसाब से नहीं होती। इसलिये उस समय अहम यही होता है कि आप रिलैक्स करो और इस बारे में सोचो कि अगले मैच में आपको क्या करने की जरूरत है क्योंकि हर दिन नया दिन होता है।'' उन्होंने साथ ही कहा, ‘‘मेरा शतक अब बन गया है, जो बीती बात हो गया है और अब जो मैं अगला मैच खेलूंगा, तो उसमें यह शतक इतना मायने नहीं रखेगा। इसलिये वर्तमान में बने रहना ज्यादा महत्वपूर्ण है और ड्रेसिंग रूम में हम इसी के बारे में बात करते हैं।''