By अनन्या मिश्रा | Nov 28, 2025
अक्सर जब हम वेट लॉस करने की कोशिश करते हैं, तो सबसे पहले यह सोचते हैं कि हमें क्या नहीं खाना है। जैसे कार्बोहाइड्रेट घटाना, या सिर्फ प्रोटीन वाली डाइट लेना और कैलोरी लेना। कई बार लोग वेट लॉस के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग जैसी ट्रेंडिंग टेक्निक अपनाते हैं। लेकिन वेट लॉस का मतलब सिर्फ कम खाना या भूखे रहना नहीं है। एक नई रिसर्च के मुताबिक वेट लॉस में यह ज्यादा जरूरी है कि आप कब और क्या खाते हैं।
बता दें कि खासकर रात का खाना आपकी नींद, वजन और मेटाबॉलिज्म पर सीधा असर डालता है। अगर आप सही समय पर पौष्टिक और हल्का खाना खाते हैं, तो इससे पाचन बेहतर होता है। नींद बेहतर आती है, शरीर रात में फैट जल्दी जलाता है और ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। एक स्टडीज के अनुसार, डिनर का सही समय और सही खाना चुनने से फैट कम करना काफी आसान हो जाता है, नींद की क्वालिटी बेहतर होती है और मेटाबॉलिक बीमारियों का खतरा भी कम होता है। ऐसे में अगर आप भी पेट की चर्बी कम करना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है।
वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि शाम को 05:30 से 07:00 के बीच डिनर करने के वेट कंट्रोल करने का सही समय है। वहीं जो लोग रात 9-10 बजे या फिर इससे बाद में खाना खाते हैं, उनके शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। साथ ही फैट बर्निंग की गति भी कम होती है। रिर्सच के मुताबिक जो लोग शाम को 5 बजे के आसपास डिनर कर लेते हैं, उनकी बॉडी अधिक कैलोरी बर्न करती है और इन लोगों को बेहतर नींद आती है।
एक्सपर्ट की राय है कि सोने से करीब 2-3 घंटे पहले डिनर करना चाहिए। क्योंकि इससे खाना अच्छे से पचता है, गैस और एसिडिटी की समस्या नहीं होती और अच्छी नींद आती है। वहीं अगर आप देर से खाना खाते हैं, तो शरीर को बॉडी क्लॉक गड़बड़ा जाती है। क्योंकि रात में मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है।
अगर आप जल्दी डिनर करते हैं, तो शरीर को 8-12 घंटे का नेचुरल फास्टिंग का टाइम मिल जाता है। इससे शरीर को स्टोर फैट जलाने, पाचन सुधारने और सूजन घटाने का समय मिलता है। इसी सिद्धांत पर इंटरमिटेंट फास्टिंग जैसी डाइट काम करती है। यानी की खाने का समय तय करना, जिससे शरीर को खुद को रिपेयर करने का समय मिले और वेट लॉस हो सके।
टोफू, दालें, ग्रिल्ड चिकन, फिश और बीन्स प्रोटीन के अच्छे स्रोत होते हैं। यह पेट को लंबे समय तक भरा रखने के साथ मसल्स को मजबूत बनाते हैं और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं। आप अपने डिनर में हरी सब्जियां, सलाद, सूप और फाइबर युक्त भोजन शामिल करें। फाइबर डाइजेशन को धीरे करता है, भूख को कंट्रोल करता है और ब्लड शुगर को संतुलित रखता है।
अगर आपको कार्बोहाइड्रेट चाहिए तो आपको ब्राउन राइस, ओट्स, क्विनोआ या होल व्हीट जैसी चीजों का सेवन करना चाहिए। यह चीजें धीरे-धीरे पचती हैं और शरीर में शुगर का लेवल नहीं बढ़ाती हैं। थोड़ी मात्रा में नट्स, सीड्स, ऑलिव ऑयल और एवोकाडो लें। यह चीजें हार्मोन संतुलन में सहायता करती हैं और शरीर में विटामिन्स एब्जॉर्ब करने में सहायता करते हैं।
रात में मेडिटेरेनियन डाइट सही है। क्योंकि इस डाइट में दालें, फिश, होल ग्रेन, सब्जियां और हेल्दी फैट्स होते हैं। यह डाइट वेट लॉस और दिल की सेहत के लिए लाभकारी मानी जाती है। इसके अलावा लाइट एशियन डिनर और प्लांट-बेस्ड डाइट बढ़िया पोषण हैं। रात में तला हुआ और भारी खाना, प्रोसेस्ड मीट, मीठे ड्रिंक या डेजर्ट, क्रीमी या ग्रेवी वाला फूड, सफेद ब्रेड, पास्ता या रिफाइंड कार्ब्स आदि खाने से बचना चाहिए।