सेंसेक्स में 362 अंक की गिरावट, येस बैंक का शेयर 22 प्रतिशत गिरा

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 01, 2019

मुंबई। बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 362 अंक लुढ गया। आर्थिक आंकड़ों के कमजोर बने रहने के संकेत, बैंकिंग क्षेत्र की चिंताओं और वाहन बिक्री में गिरावट का सिलसिला बने रहने के बीच निवेशकों ने शेयरों में भारी बिकवाली रही।बिकवाली के दबाव में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 115 अंक घटकर 11,400 अंक के स्तर से नीचे आ गया। शुरुआती कारोबार में बीएसई के 30 कंपनियों वाले शेयर सूचकांक सेंसेक्स स्थिर रुख के साथ चल रहा था लेकिन बिकवाली का दबाव बढ़ने से इसमें 737 अंक की गिरावट दर्ज की गयी।

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अंत में सेंसेक्स 361.92 अंक यानी 0.94 प्रतिशत घटकर 38,305.41 अंक रही। कारोबार के दौरान इसकी घट बढ़ 38,923.78 से 37,929.89 अंक के दायरे में रही। इसी तरह निफ्टी 114.55 अंक यानी एक प्रतिशत गिरकर 11,359.90 अंक पर बंद हुआ। येस बैंक का शेयर लगातार पांचवे दिन गिरावट के रुख के साथ 22 प्रतिशत से अधिक गिरकर बंद हुआ। इसकी अहम वजह बैंक के प्रवर्तक राणा कपूर और समूह की सहयोगियों कंपनियों में 2.16 प्रतिशत हिस्सेदारी को और बेचने की रपट रही। यह बिक्री 510 करोड़ रुपये में की गयी है।

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इसके अलावा इंडसइंड बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, भारती एयरटेल, ओएनजीसी, टाटा स्टील और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 6.30 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गयी। हालांकि एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी, कोटक बैंक, हिंदुस्तान युनिलीवर और एशियन पेंट्स के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई का लघु कंपनियों, मध्यम कंपनियों और बड़ी कंपनियों का सूचकांक पर प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा और इसमें 1.61 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गयी। दूरसंचार कंपनियों के शेयर 4.53 प्रतिशत, रियल्टी क्षेत्र के 3.88 प्रतिशत, प्रौद्योगिकी 2.20 प्रतिशत और सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयर 1.68 प्रतिशत तक गिर गए। बीएसई पर सूचीबद्ध 19 क्षेत्रों की कंपनियों में से 17 के शेयर में गिरावट रही। विशेषज्ञों का मानना है कि पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ओपरेटिव बैंक (पीएमसी) के गहराते संकट और इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस (आईएचएफएल) जैसी कंपनियों पर धोखाधड़ी के आरोपों के बीच निवेशकों का रुख सावधानी भरा है।

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