By अभिनय आकाश | Dec 19, 2025
समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क ने शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक महिला डॉक्टर के चेहरे से बुर्का हटाने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह अफसोसजनक है कि देश बिहार के मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहा है, और नीतीश कुमार ने अपने कृत्य के लिए माफी तक नहीं मांगी है। जियाउर रहमान बर्क ने कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह अफसोसजनक है कि एक मुस्लिम महिला के साथ ऐसी घटना के बाद भी देश विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहा है। उन्होंने न तो माफी मांगी है और न ही कोई कार्रवाई की गई है।
इससे पहले, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने हिजाब और बुर्का को महिलाओं के सम्मान, गरिमा और गौरव का प्रतीक और "उनके सिर का ताज" बताते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कड़ी आलोचना की। पठान ने उन पर महिलाओं की गरिमा और संवैधानिक अधिकारों का अपमान करने का आरोप लगाया। एएनआई से बात करते हुए पठान ने मुख्यमंत्री से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की और इस घटना को महिलाओं की मर्यादा और धार्मिक स्वतंत्रता का घोर उल्लंघन बताया।
उन्होंने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 25 धर्म का पालन करने का अधिकार देता है। अनुच्छेद 19 पसंद की स्वतंत्रता की गारंटी देता है; जो भी बुर्का या हिजाब पहनना चाहता है, वह पहन सकता है। यहां तक कि सर्वोच्च न्यायालय भी यही कह चुका है। नीतीश कुमार के इस कृत्य की कड़ी निंदा होनी चाहिए। यहां तक कि एक पिता को भी ऐसा करने का अधिकार नहीं है। यह हिजाब, बुर्का, हमारी महिलाओं के सम्मान, गरिमा और आदर का प्रतीक है। यह उनके सिर का ताज है। आप उनका इस तरह अपमान करते हैं और फिर महिलाओं के सम्मान की बात करते हैं? हमने कहा है कि नीतीश कुमार को देश की सभी महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए। बिना शर्त माफी। यह एक निंदनीय घटना है, एक महिला की मर्यादा का अपमान है।