By दिनेश शुक्ल | Jun 15, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने भाजपा की शिवराज सरकार और सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्री प्रभुराम चौधऱी पर तीखा हमला बोला है। उन्होनें कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा सांची विधानसभा से अपने प्रथम उप चुनावी दौरे की शुरुआत ही मिथ्या वाचन से हुई है। पिछली पारी में खुरई में शिवराज जी की सभा का तंबू उखड़ने से शिवराज सरकार उखड़ गई थी। आज फिर प्रकृति ने उनकी सभा का तंबू उखाड़ दिया है अब सरकार का उखड़ना तय है। भूपेन्द्र गुप्ता ने यह बात सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रायसेन जिले के दौरे को लेकर कही।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की उपस्थिति में उनके भावी उम्मीदवार प्रभुराम चौधरी ने जिस तरह से योजनाओं को लेकर झूठ का सहारा लिया है, वह अपने आप में बेमिसाल है। इससे यह भी पता चलता है कि मुख्यमंत्री जी अपनी पूर्ववर्ती सरकार के कार्यों को स्वीकारने का सामान्य शिष्टाचार भी भूल गये हैं। भूपेन्द्र गुप्ता ने अफसोस जाहिर किया कि प्रभु राम चौधरी मंत्री अवश्य बन गए थे, किंतु या तो उन्हें शासन की कार्य विधि की जानकारी नहीं है या मंत्रालय में रबर स्टांप की तरह बैठते रहे हैं।
भूपेन्द्र गुप्ता ने चुनौती देते हुए कहा है कि जिन योजनाओं को चौधरी कमलनाथ सरकार द्वारा रद्द करना बता रहे हैं, उनकी प्रशासनिक स्वीकृति की प्रति जारी करें। गुप्ता ने कहा कि जिन योजनाओं को चौधरी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा स्वीकृत किये जाने की घोषणा की है, उन सब कार्यों की योजना कमलनाथ सरकार में ही बनी है। चौधरी उनकी भी प्रशासनिक स्वीकृति की प्रति जारी कर जनता से साझा करें। अपने 15 महीने के कार्यकाल में प्रभुराम चौधरी ने केवल पांच सड़क मार्ग के प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग में दिए थे। पांचों मार्ग कमलनाथ की सरकार में ही स्वीकृत हो चुके हैं। जिनकी प्रशासनिक स्वीकृति भी जारी की जा चुकी हैं।
गुप्ता ने आगाह किया कि पिछली पारी में खुरई में शिवराज जी की सभा का तंबू उखड़ने से शिवराज सरकार उखड़ गई थी। आज फिर प्रकृति ने उनकी सभा का तंबू उखाड़ दिया है अब सरकार का उखड़ना तय है। भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में प्रलोभन के रास्ते शामिल प्रभुराम ने बड़ी जल्दी झूठ बोलना सीख लिया है और जनता को गुमराह करने की चेष्टा कर रहे हैं। गुप्ता ने उन्हें चुनौती दी है कि प्रशासनिक स्वीकृति सामने लायें जनता असलियत खुद जान जायेगी। झूठ बोलने से ना तो योजनाएं बनती हैं ना ही आगे बढ़ती हैं। बिना बजट प्रावधान के की गई घोषणाएं हमेशा जनता को संतुष्ट करने और भ्रम में डालने के लिए बनाई जाती है। ऐसा काम अगर चौधरी ने किया है तो वह जनता के साथ धोखा है।