By अंकित सिंह | May 12, 2022
आम लोगों पर महंगाई की लगातार मार पड़ रही है। अप्रैल महीने में जरा मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी दर्ज की गई है और यह सालाना आधार पर बढ़कर 7.79 प्रतिशत हो गई है। यह मुद्रास्फीति 8 साल के सबसे ऊंचे स्तर पर है। इसके अलावा खाद्य पदार्थों में भी वृद्धि देखी जा रही है। खाद्य मुद्रास्फीति अप्रैल में बढ़कर 8.38 प्रतिशत हो गई है जो कि पिछले महीने में 7.68 प्रतिशत और 1 साल पहले इसी महीने में 1.96 प्रतिशत थी। कुल मिलाकर देखें तो महंगाई की मार से आम लोगों को राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है जो कि आम लोगों के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से खुदरा मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी देखी गई है।
पिछले महीने रिजर्व बैंक की अचानक आयोजित मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के बाद गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि मौजूदा भू-राजनीतिक स्थिति के कारण खाद्य वस्तुओं की कीमतों में हुई भारी बढ़ोतरी का प्रतिकूल प्रभाव घरेलू बाजार में भी दिखाई दे रहा है, और आगे मुद्रास्फीति का दबाव जारी रहने की संभावना है।