पंजाब में गन्ना किसानों का आंदोलन, सिद्धू ने अपनी ही सरकार को घेरा, मुद्दे का जल्द हल निकालने की बताई जरूरत

By अनुराग गुप्ता | Aug 23, 2021

चंडीगढ़। पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू अपनी ही पार्टी के नेता को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं। उन्होंने अब किसानों के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री को निशाना बनाया है और जल्द से जल्द किसानों की समस्या का समाधान करने की नसीहत दी है। 

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क्या बोले सिद्धू ? 

पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने ट्वीट किया कि गन्ना किसानों के मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से तत्काल हल करने की जरूरत है। अजीब बात है कि पंजाब में खेती की लागत अधिक होने के बावजूद राज्य का सुनिश्चित मूल्य हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड की तुलना में बहुत कम है।

क्या है पूरा मामला ?

किसानों अपनी मांगों को लेकर रेल पटरियों पर धरना दे रहे हैं। आपको बता दें कि किसानों ने गन्ने के दाम में बढ़ोत्तरी की मांग करते हुए शनिवार से जालंधर में रेल पटरियों और एक राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध किया है। इससे ट्रेनों का परिचालन और वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। इसी बीच राज्य सरकार ने किसान नेताओं के साथ रविवार को चंडीगढ़ में बातचीत की। 

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कितनी ट्रेनें हुई रद्द ?

फिरोजपुर संभाग के रेलवे अधिकारियों के अनुसार आंदोलन के कारण 69 ट्रेनें रद्द कर दी गईं। ऐसे में रक्षाबंधन के त्योहार को लेकर यात्रा करने वाले यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। दरअसल, किसानों ने रेल पटरियों पर धरना देकर पंजाब सरकार पर दबाव बनाने की कोशिशें की हैं। इसी बीच पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने भी उनकी समस्याओं को जल्द निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।

शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने गन्ने का राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) बढ़ाकर न्यूनतम 380 रुपए प्रति क्विंटल करने की अमरिंदर सरकार से मांग की। प्रदर्शनकारी किसान पंजाब सरकार से गन्ने का एसएपी बढ़ाने और 200-250 करोड़ रुपए के बकाया का भुगतान करने की मांग कर रहे हैं। 

 

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