By Ankit Jaiswal | Dec 16, 2025
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में बॉन्डी बीच के पास हुई भीषण गोलीबारी की घटना के बाद अब आरोपी के पारिवारिक और अंतरराष्ट्रीय संपर्कों को लेकर नई जानकारियां सामने आ रही हैं। बता दें कि इस हमले में शामिल साजिद अकरम के परिवार ने खुद को इस वारदात से पूरी तरह अलग बताया है और कहा है कि उनका उससे वर्षों से कोई संपर्क नहीं रहा।
मौजूद जानकारी के अनुसार, साजिद अकरम के भाई, जो हैदराबाद में रहते हैं, ने बताया कि साजिद करीब 25 वर्ष पहले ऑस्ट्रेलिया चला गया था। बाद में उसने एक ईसाई महिला से विवाह किया, जिसके बाद पारिवारिक संबंध लगभग पूरी तरह खत्म हो गए। परिवार का कहना है कि साजिद ने लंबे समय से किसी से बात नहीं की थी और यहां तक कि अपनी बुजुर्ग मां की तबीयत को लेकर भी कभी कोई पूछताछ नहीं की।
गौरतलब है कि घटना के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने हैदराबाद में परिवार से संपर्क किया और साजिद से जुड़ी जानकारियां जुटाईं। सरकारी सूत्रों के अनुसार, साजिद के पिता कई वर्ष पहले सऊदी अरब से लौटे थे और हैदराबाद में एक फ्लैट खरीदा था। इसी अवधि में साजिद वर्ष 1998 में छात्र वीजा पर ऑस्ट्रेलिया चला गया था।
शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि साजिद कुछ वर्ष पहले भारत आया था और संपत्ति को लेकर दोनों भाइयों के बीच विवाद हुआ था। सूत्रों का कहना है कि हैदराबाद में रह रहे परिवार के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ की जा सकती है।
यह गोलीबारी 14 दिसंबर की शाम बॉन्डी बीच के पास हुई, जहां हनुक्का पर्व के मौके पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए थे। आरोप है कि साजिद अकरम और उसके बेटे नावेद अकरम ने भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 24 लोग घायल हो गए। साजिद को मौके पर ही पुलिस ने मार गिराया, जबकि उसका बेटा नावेद गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती था और अब कोमा से बाहर आ चुका है।
घटना के दौरान मौजूद लोगों द्वारा बनाए गए कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनमें दोनों हमलावरों को एक फुटब्रिज से पार्क और भीड़ की ओर गोली चलाते देखा जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहला फायर करीब शाम 6 बजकर 42 मिनट पर हुआ, जिसके बाद इलाके में अफरातफरी मच गई।
करीब तीन मिनट बाद एक स्थानीय नागरिक ने साहस दिखाते हुए एक हमलावर को रोकने की कोशिश की। इस दौरान वह खुद कई गोलियों का शिकार हुआ और फिलहाल अस्पताल में इलाज के बाद उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इसके बाद पुलिस और हमलावरों के बीच लंबी मुठभेड़ हुई, जिसमें दोनों आरोपियों को गोली लगी।
न्यू साउथ वेल्स पुलिस के अनुसार, मारे गए आरोपी के पास वैध हथियार लाइसेंस था और उसके पास कुल छह कानूनी हथियार थे। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि फिलहाल किसी अन्य संदिग्ध की तलाश नहीं की जा रही है। वहीं, जीवित आरोपी की मेडिकल स्थिति के आधार पर आगे कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी।
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने यह भी पुष्टि की है कि दोनों आरोपी पिछले महीने फिलीपींस गए थे, जहां वे करीब 28 दिनों तक रुके। फिलीपींस के आव्रजन अधिकारियों के अनुसार, साजिद भारतीय पासपोर्ट पर यात्रा कर रहा था, जबकि उसके बेटे के पास ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट था। जांच एजेंसियां अब इस यात्रा के उद्देश्य और हमले से संभावित संबंधों की भी पड़ताल कर रही हैं और पूरे मामले की जांच कई अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर आगे बढ़ रही हैं।