By अभिनय आकाश | Aug 20, 2025
अमेरिका बार-बार भारत को धमका रहा है कि रूस से तेल मत लो वरना टैरिफ और प्रतिबंध झेलो। लेकिन रूस की धरती से भारत का पहला बयान आ गया है और अमेरिका को करारा जवाब मिल गया है। भारत के राजदूत विनय कुमार ने साफ साफ कहा कि टैरिफ हो या प्रतिबंध भारत-रूस की दोस्ती को कोई नहीं तोड़ सकता है। दरअसल, ये तो सभी को पता है कि अमेरिका ने भारत को चेतावनी दी कि रूस से तेल लेना बंद करो। इतना ही नहीं अमेरिका ने भारत से आने वाले कई प्रोडक्ट पर 25 % का सेकेंडरी टैरिफ भी लगा दिया। डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने बीते दिन ही कहा है कि अगर भारत रणनीतिक साझेदार है तो उसे रूस से तेल नहीं लेना चाहिए। अमेरिका बार बार भारत पर आरोप लगा रहा है कि भारत रूस से सस्ता तेल लेकर उसे फाइनेंस कर रहा है।
भारत अब चीन से नजदीकिया बढ़ा रहा। लेकिन भारत ने साफ कर दिया कि हमारी एनर्जी सिक्योरिटी किसी के दवाब पर निर्भर नहीं करेगी। यही वजह है कि रूस में भारतीय राजदूत विनय कुमार ने रूसी मीडिया के साथ इंटरव्यू में बड़ा बयान दिया और कहा कि भारत व रूस की दोस्ती दशकों पुरानी है। इसे कोई नहीं रोक सकता। बाहरी दबाव या प्रतिबंध हमें रूस से तेल लेने से नहीं रोक पाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत और रूस का सहयोग केवल तेल तक सीमित नहीं है बल्कि ये सहयोग आज परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष, दवा, ट्रांसपोर्ट और रक्षा तक फैला हुआ है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ब्रह्मोस हमारी दोस्ती का बेहतरीन उदाहरण है। आगे कई योजना है कि टेक्नोलॉजी भारत में बने और तीसरे देशों को निर्यात किया जाए।
वहीं रूस ने कहा कि भारत मास्को के लिए बहुत मायने रखता है। यह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा टैरिफ की धमकियों के बीच संबंधों में आई मजबूती को दर्शाता है, जिन्होंने रूसी तेल खरीद के लिए नई दिल्ली पर शुल्क लगाया है। भारत में रूसी दूतावास के रोमन बाबुश्किन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूसी तेल खरीद के लिए भारत पर डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा लगाए गए टैरिफ की आलोचना की और कहा कि अमेरिकी दबाव अनुचित और एकतरफा था। भारत द्वारा रूसी तेल खरीद बंद करने के सवाल पर रूसी उप राजदूत रोमन बाबुश्किन ने कहा कि हमें ऐसा होने की उम्मीद नहीं है।
भारत द्वारा रूसी तेल खरीद बंद करने के सवाल पर रूसी उप राजदूत रोमन बाबुश्किन ने कहा कि हमें ऐसा होने की उम्मीद नहीं है। बाबुश्किन ने कहा कि अमेरिका ने अपनी अर्थव्यवस्था को हथियारबंद कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि दोस्त प्रतिबंध नहीं लगाते, रूस भी कभी प्रतिबंध नहीं लगाएगा। भारत के साथ संबंधों की प्रशंसा करते हुए रूसी दूतावास के अधिकारी ने यूक्रेन की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई दो फोन कॉलों का उल्लेख किया।