By रेनू तिवारी | Sep 16, 2025
बिहार में राजनीतिक तांड़व मचा हुआ है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोलते हुए एक पत्रकार पर कथित हमले को लेकर बिहार के शहरी विकास एवं आवास मंत्री जिबेश मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने एक वीडियो क्लिप दिखाई जिसमें कथित तौर पर मंत्री जिबेश मिश्रा अपने निर्वाचन क्षेत्र के दौरे के दौरान एक पत्रकार के साथ बदसलूकी करते दिखाई दे रहे हैं। तेजस्वी के अनुसार, पत्रकार ने कथित घटना के समय सड़कों की स्थिति पर सवाल उठाया था। उन्होंने आगे कहा कि मंत्री नकली दवाओं के एक मामले में भी दोषी पाए गए हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं राज्य के नगर विकास मंत्री जीवेश कुमार पर दरभंगा जिले में उनके निर्वाचन क्षेत्र से जुड़े सवाल पूछने पर एक पत्रकार के साथ अशोभनीय व्यवहार और मारपीट करने का आरोप लगाया और मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता यादव ने हाल ही में राजस्थान की एक अदालत के आदेश का हवाला भी दिया, जिसमें कुमार को कथित तौर पर नकली दवाओं के निर्माण में शामिल होने का दोषी ठहराया गया था। उन्होंने मांग की कि दरभंगा के जाले विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं मंत्री को आदेश के आलोक में बर्खास्त किया जाए या उन्हें नीतीश कुमार मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के लिए कहा जाए।
यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘‘हम कुमार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं, जिन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित सवाल पूछने पर एक पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार किया और मारपीट की। मंत्री ने पत्रकार की मां और बहनों को भी गालियां दीं।’’ यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पत्रकार भी किसी का बेटा या भाई होता है। उससे मारपीट की गई। मैंने पहले कभी किसी मंत्री को पत्रकार के साथ इस तरह अशोभनीय व्यवहार और मारपीट करते नहीं देखा। यह कैसा प्रशासन है? मैं दोनों उपमुख्यमंत्रियों और प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि अगर कानून सबके लिए बराबर है तो मंत्री के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई?’’
राजद नेता ने इस दौरान एक कथित वीडियो भी दिखाया, जिसमें मंत्री को पत्रकार पर चिल्लाते देखा जा सकता है। राजस्थान अदालत के आदेश पर यादव ने कहा, ‘‘भाजपा नेता नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में बने हुए हैं, जबकि विपक्ष मांग कर रहा है कि अदालत के फैसले के मद्देनजर उन्हें बर्खास्त किया जाए या इस्तीफा देने को कहा जाए।’’ कुमार उस दवा कंपनी के निदेशकों में से एक हैं, जिसे हाल में राजस्थान की राजसमंद की एक अदालत ने अभियोग शुरू किया था।
हालांकि अदालत ने उन्हें जेल की सजा नहीं दी, लेकिन एक निर्धारित अवधि तक परिवीक्षा में रखा है। बाद में, यादव अपनी पार्टी के नेताओं और पत्रकार दिलीप कुमार सहनी के साथ दरभंगा के सिंहवाड़ा पुलिस थाने पहुंचे और मंत्री तथा उनके दो समर्थकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई। राजद नेता द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए, जीवेश कुमार ने आरोप लगाया कि पत्रकार और उनके समर्थकों ने ही उन पर हमला किया था।
मंत्री ने दरभंगा में संवाददाताओं से कहा, मुझे मारने की साजिश रची गई थी। मेरे सुरक्षाकर्मियों ने मुझे बचाया और वहां से निकाल लिया। मैं तो बाल-बाल बच गया, लेकिन मेरे सुरक्षाकर्मियों को चोटें आईं। उन्होंने आरोप लगाया कि हमलावरों ने पथराव भी किया और उनके काफिले के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और इस संबंध में उनकी ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। उन्होंने कहा, मेरे किसी भी समर्थक या सुरक्षाकर्मी ने उन्हें नहीं पीटा। उन्हें खुद ही चोटें आईं। उप-विभागीय पुलिस अधिकारी सुरेंद्र कुमार सुमन ने कहा कि उन्हें दोनों पक्षों से शिकायतें मिली हैं और मामले की जांच की जा रही है।