By अंकित सिंह | Sep 30, 2020
बिहार में चुनावी शंखनाद हो चुका है। सभी राजनीतिक दल वोटरों को आकर्षित करने के लिए जोर आजमाइश कर रहे है। इसी कड़ी में हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए तेजस्वी सूर्या बिहार पहुंचे। वह लगातार युवाओं से जनसंवाद कर रहे हैं और विपक्ष पर हमला बोल रहे हैं। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए तेजस्वी सूर्या ने कहा कि उनको रोजगार और बेरोजगारी पर बात करने का नैतिक अधिकार ही नहीं है। उन्होंने कहा कि युवराजों और राजकुमारों को केवल अपनी राजनीतिक बेरोजगारी का ही दर्द है। उन्होंने कहा कि वे बेरोजगारी की बात नरेंद्र मोदी के आने के बाद से कर रहे हैं क्योंकि भारत में जो युवराज थे वह बेरोजगार हो चुके हैं।
अपने बिहार दौरे के दौरान तेजस्वी सूर्या राज्य के अलग-अलग जिलों में गए और जनसंवाद किया। वे लोगों से मिलते रहे और नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां भी बताई। तेजस्वी सूर्या का ज्यादातर ध्यान युवाओं के रोजगार पर था। उन्होंने तेजस्वी पर कटाक्ष करते हुए यह भी पूछा कि आपको जब सत्ता में सुख भोगने का मौका मिला तब आपने कितना रोजगार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि आरजेडी और कांग्रेस इसलिए गठबंधन है क्योंकि दोनों पार्टी के युवराज आज बेल पर है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार 21वीं सदी के युवाओं के लिए विकास और समाज कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद तेजस्वी सूर्या को बिहार में युवाओं को साधना है। बिहार में सबसे बड़ा मुद्दा युवाओं के रोजगार का है। यहां से लाखों युवा रोजगार के लिए अन्य प्रदेशों में जाते हैं। ऐसे में उनके मन में यहां के सरकार के लिए उदासीनता रहती है। नीतीश कुमार 15 सालों से बिहार में मुख्यमंत्री हैं। ऐसे में उन्हें एंटी इनकंबेंसी का भी सामना करना पड़ेगा। भाजपा युवाओं को लामबंद करने के लिए तेजस्वी सूर्या का सहारा ले रही है। अब देखना होगा कि तेजस्वी सूर्या भाजपा के लिए बिहार में क्या कुछ कर पाते हैं। हालांकि एक बात तो सच है कि तेजस्वी सूर्य अब देश भर में लोकप्रिय हो रहे हैं। उनकी लोकप्रियता में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे में बिहार में उनके चुनाव प्रचार का लाभ भाजपा को जरूर हो सकता है।