By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 25, 2025
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने सोमवार को कहा कि जब 21 वर्ष की आयु में लोग आईएएस और आईपीएस अधिकारी बनने सकते हैं, तो उन्हें इसी आयु में विधानसभा चुनाव लड़ने की भी अनुमति दी जानी चाहिए।
नवनिर्मित छात्रावासों का उद्घाटन करने और विभिन्न भवनों की आधारशिला रखने के बाद उस्मानिया विश्वविद्यालय में एक सभा को संबोधित करते हुए रेड्डी ने आरोप लगाया कि एआई की तस्वीरें बनाकर एक दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाया गया कि हैदराबाद विश्वविद्यालय में शेर और हाथी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “ 21 वर्ष की आयु में लोग आईएएस और आईपीएस अधिकारी बन जाते हैं और जिला अधिकारी के रूप में प्रशासन चला रहे हैं। डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर ने हमें संविधान दिया, जिसमें 21 वर्ष की आयु पूरी करने वाले लोगों को मतदान का अधिकार दिया गया।”
उन्होंने कहा, “आज मैं आपसे इस पर विचार करने और इसे एक कार्यक्रम के रूप में अपनाने का अनुरोध करता हूं। जब पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने मतदान की आयु 18 वर्ष कर दी थी, जब आईएएस और एपीएस अधिकारी 21 वर्ष की आयु में नौकरी कर रहे थे, तो लोग 21 वर्ष की आयु में विधानसभा के लिए क्यों नहीं चुने जा सकते? इस देश को युवा नेतृत्व की आवश्यकता है।”
विधानसभा चुनाव लड़ने की आयु अभी 25 वर्ष है। रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना की 65 प्रतिशत आबादी 21 से 35 वर्ष की आयु के बीच है, जो राष्ट्र के लिए फायदेमंद है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना में खजाना खाली हो गया है और सरकार के पास बेचने और धन जुटाने के लिए कोई जमीन उपलब्ध नहीं है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अब भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की पिछली सरकार के दौरान उस्मानिया विश्वविद्यालय को कमजोर करने की साजिश रची गई थी और उन्होंने इस संस्थान के खोए हुए गौरव को बहाल करने का संकल्प लिया।