कहानी के लिहाज से उम्दा फिल्म है ''समीर'' पर भाषणबाजी ज्यादा

By प्रीटी | Sep 11, 2017

इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म 'समीर' कथानक के लिहाज से तो अच्छी फिल्म है लेकिन मनोरंजन के मामले में फिल्म निराश करती है। फिल्म गुजरात दंगों की याद दिलाती है और अपने अधिकारों को लेकर चल रही बहस को थोड़ा और आगे बढ़ाती है। निर्देशक ने फिल्म में गांधी जी और मंटो की अच्छी बातों को कहानी का हिस्सा बनाकर पेश तो किया है लेकिन मनोरंजन के लिए हॉल में आये दर्शक भाषण सुनना पसंद नहीं करते। यहीं निर्देशक से सबसे बड़ी गलती हो गयी है और दूसरे सप्ताह में इसके टिकने की उम्मीद कम ही है।

फिल्म की कहानी शुरू होती है हैदराबाद के एक छोटे से इलाके में हुए भीषण बम विस्फोट से जिसमें 14 लोग मारे जाते हैं। जांच एजेंसियां घटना की जांच में जुटती हैं तो यासीन दर्जी का नाम सामने आता है। एटीएस की टीम छापामारी शुरू करती है लेकिन यासीन का पता नहीं चलता। इसी बीच यासीन के दोस्त और रूममेट समीर मेमन (जीशान अयूब) के बारे में पता चलता है तो एटीएस उसको अपनी कस्टडी में ले लेती है। समीर कहता है कि उसको यासीन के बारे में पता नहीं है लेकिन जांच एजेंसी यह मानने को तैयार नहीं होती। इसी बीच दूसरे शहरों में भी धमाके होने लगते हैं और समीर पर जांच टीम दबाव बनाती है कि उसे जल्द से जल्द यासीन के बारे में पता लगाने में मदद करनी है। उधर दूसरे शहरों में धमाके कर रहा यासीन हर धमाके से ठीक पहले उसकी जानकारी जर्नलिस्ट आलिया (अंजलि पाटील) को भेजता है, क्योंकि यासीन आलिया का प्रशंसक है। आगे की कहानी फिल्म देखकर ही जानें तो बेहतर रहेगा।

 

अभिनय के मामले में कहा जा सकता है कि जीशान अयूब ने कमाल का काम किया है। यह बतौर मुख्य भूमिका वाली उनकी पहली फिल्म है। उन्होंने अपने रोल में जान डाल दी है। सीमा बिश्वास, अंजलि पाटिल और सुब्रता दत्ता का काम भी दर्शकों को पसंद आयेगा। नाटक मंडली में रॉकेट का किरदार निभा रहे चाइल्ड आर्टिस्ट मास्टर शुभम का काम भी दर्शकों को अच्छा लगेगा। निर्देशक की यह कामयाबी रही कि उन्होंने कहानी को तेज रफ्तार से आगे बढ़ाया है और सभी कलाकारों से अच्छा काम लिया है। फिल्म का गीत संगीत साधारण ही है। यदि आप लीक से हट बर बनी फिल्मों को देखना पसंद करते हैं तो इस फिल्म को देख सकते हैं।

 

कलाकार- जीशान अयूब, सीमा बिश्वास, अंजलि पाटिल, सुब्रता दत्ता, मनोज यादव, मास्टर शुभम और निर्देशक- दक्षिण छारा।

 

प्रीटी

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