Milad un Nabi 2025 । पैगंबर मुहम्मद के जन्म की खुशी, जानें कैसे मनाई जाती है ईद मिलाद उन नबी

By एकता | Sep 03, 2025

ईद मिलाद उन नबी एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है जिसे दुनिया भर के मुसलमान बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं। इस दिन इस्लाम के सबसे बड़े पैगंबर, पैगंबर मुहम्मद, का जन्मदिन मनाया जाता है। इसे मिलाद उन नबी भी कहते हैं। यह त्योहार इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने रबी अल अव्वल में मनाया जाता है। हर साल इसकी तारीख चांद के दिखने पर तय होती है। 2025 में, यह 1447 हिजरी को रबी अल अव्वल महीने के 12वें दिन यानि 5 सितंबर मनाया जाएगा।


इस त्योहार का इतिहास

पैगंबर मुहम्मद का जन्म लगभग 570 ईस्वी में मक्का में हुआ था। उनके जन्मदिन का जश्न बहुत पुराने समय से मनाया जा रहा है। सबसे पहले मिस्र में फातिमी शासकों ने इसे आधिकारिक तौर पर मनाना शुरू किया। इसके बाद 11वीं सदी से यह त्योहार और भी ज़्यादा लोकप्रिय हो गया।


शुरुआत में सिर्फ शिया मुस्लिम समुदाय के शासक इसे मनाते थे, लेकिन 12वीं सदी तक सीरिया, मोरक्को, तुर्की और स्पेन जैसे कई दूसरे देशों ने भी इसे मनाना शुरू कर दिया। धीरे धीरे कुछ सुन्नी मुस्लिम समुदाय भी इसे मनाने लगे।

 

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यह कैसे मनाया जाता है?

नए कपड़े और प्रार्थना: लोग नए कपड़े पहनते हैं और विशेष प्रार्थनाएं (नमाज़) करते हैं। मस्जिदों और दरगाहों पर लोग इकट्ठा होते हैं और दिन की शुरुआत सुबह की नमाज़ से होती है।


जुलूस और सभाएं: कई शहरों में बड़े बड़े जुलूस निकाले जाते हैं। इन जुलूसों में लोग पैगंबर मुहम्मद के जीवन और उनकी शिक्षाओं को याद करते हैं।


बच्चों के लिए कहानियां: बच्चों को पैगंबर मुहम्मद के जीवन से जुड़ी कहानियां और कुरान की शिक्षाएं सुनाई जाती हैं।


दान पुण्य और भोज: इस दिन ज़रूरतमंदों को दान दिया जाता है। साथ ही, सार्वजनिक भोज (खाना पीना) का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें लोग मिलकर खाना खाते हैं।

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