By अनन्या मिश्रा | Feb 24, 2025
कई महिलाओं ने भारतीय राजनीति में अपनी दमदार जगह बना ली है। तो वहीं कई सफल अभिनेत्रियों ने राजनीति में भी अपना नाम कमाया है। इन्हीं महिला राजनेताओं में से एक नाम जयललिता का भी है। अभिनय से राजनीति में अपना नाम कमाने वाली जयललिता तमिलनाडु की सीएम रह चुकी हैं। तमिलनाडु के लोग जयललिता से इतना प्यार मिलता था कि लोग उनको प्यार से 'अम्मा' कहकर बुलाते थे। आज ही के दिन यानी की 24 फरवरी को जयललिता का जन्म हुआ था। तो आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर जयललिता के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और परिवार
कर्नाटक के मांड्या जिले के पांडवपुरा तालुक के मेलुरकोट गांव में 24 फरवरी 1984 को अय्यर परिवार में जयललिता का जन्म हुआ था। उनका असली नाम 'कोमावल्ली' था। उनके पिता का नाम जयराम और मां का नाम वेदवल्ली था। जयललिता की मां वेदवल्ली दक्षिण भारतीय सिनेमा की फेमस अभिनेत्री थीं। हालांकि जयललिता को फिल्मों में रुचि नहीं थी। वह कभी भी अभिनेत्री नहीं बनना चाहती थीं, लेकिन वह अपनी मां के कारण जबरन फिल्म इंडस्ट्री में आईं।
फिल्मी करियर
जयललिता पढ़ाई में काफी ज्यादा होनहार थीं और वह अपने पिता की तरह वकील बनना चाहती थीं। लेकिन जयललिता की मां ने उनको कम उम्र में ही जबरन अभिनय की दुनिया में डाल दिया था। वहीं महज 15 साल की उम्र में उन्होंने एक एडल्ट फिल्म में काम किया था। यहां से उनकी फिल्मी करियर की शुरूआत हुई। कई फिल्मों में जयललिता ने शानदार काम किया था। जयललिता ने अपने फिल्मी करियर में करीब 85 फिल्मों में काम किया, जिसमें से 85 फिल्में हिट हुईं। वह पहली ऐसी अभिनेत्री थीं, जिन्होंने स्लीवलेस ब्लाउज पहना था। अपने करियर में जयललिता का नाम सुपरस्टार शोभन बाबू से जुड़ा था। दोनों का अफेयर काफी ज्यादा चर्चा में रहा, लेकिन शादी नहीं हुई।
राजनीतिक सफर
बता दें कि जयललिता को फिल्मों से राजनीति में लाने वाले एमजी रामचंद्रन थे। बताया जाता है कि एमजीआर और जयललिता एक-दूसरे से प्यार करते थे। लेकिन उन्होंने न तो शादी की और न ही अपने रिश्ते को कभी जगजाहिर किया। साल 1982 में एमजी रामचंद्रन के साथ जयललिता ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम की सदस्य बन गईं। यहीं से उनके राजनीतिक सफर की शुरूआत हुई। फिर साल 1984 से 1989 तक जयललिता तमिलनाडु से राज्यसभा की सदस्य भी रहीं। वहीं एमजीआर के निधन के बाद AIADMK पार्टी की जिम्मेदारी जयललिता के कंधों पर आ गई और फिर बाद में वह तमिलनाडु की सीएम बनीं।
उपलब्धियां
धीरे-धीरे तमिलनाडु में जयललिता की लोकप्रियता बढ़ने लगी। लेकिन एक अभिनेत्री के तौर पर नहीं बल्कि नेता और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में। यह जयललिता की राजनीतिक जीत थी और वह 6 बार तमिलनाडु की सीएम बनीं। जयललिता ने कन्या भ्रूण हत्या की समस्या से निपटने के लिए 'क्रैडल टू बेबी स्कीम' शुरू की थी। इस स्कीम में करीब 18 लोक कल्याणकारी योजनाएं चलाई गई थीं। वहीं अम्मा के नाम से चलाई जा रही योजनाएं या तो पूरी तरह से फ्री थीं, या फिर उन स्कीमों पर भारी सब्सिडी दी जाती थी। साथ ही अम्मा कैंटीन में शहरी गरीबों को एक रुपये में भोजन उपलब्ध कराया जाता था।
मृत्यु
वहीं 05 फरवरी 2016 को 68 साल की उम्र में जयललिता ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था।