By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 15, 2019
चंडीगढ़। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद द्वारा सीआरपीएफ जवानों पर हमले के लिये पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने का आह्वान करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को कहा ‘‘शांति वार्ता का समय खत्म हो गया है और अब उन्हें सबक सिखाया जाना चाहिए।’’ आतंकवादी हमले पर निंदा प्रस्ताव पेश करते हुए उन्होंने पाकिस्तान पर दोहरा खेल खेलने का आरोप लगाया और कहा, ‘‘उनके प्रधानमंत्री (इमरान खान) शांति की बात करते हैं और जनरल (उमर जावेद बाजवा) युद्ध की बात करते हैं।’’ बहरहाल विधानसभा में निंदा प्रस्ताव पेश किये जाने के बाद सदन को स्थगित कर दिया गया।
पंजाब विधानसभा ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले की शुक्रवार को कड़ी निंदा करते हुए सदन की कार्यवाही दिन भर के लिये स्थगित करने को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया। बृहस्पतिवार को हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए। सभी विधायकों ने पार्टी लाइन से हटकर सदन में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी और दो मिनट का मौन रखा। यह हमला जम्मू कश्मीर में अब तक का सबसे भीषण आतंकवादी हमला है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अब... बहुत हुआ। शांति वार्ता का समय खत्म हुआ और मुझे लगता है कि अब उन्हें सबक सिखाने का समय आ गया है और मुझे उम्मीद है कि भारत सरकार इसे समझेगी और इस पर अमल करेगी।’’ उन्होंने कहा कि देश को पुलवामा आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब यह नियंत्रण से बाहर जा रहा है।
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सदन में करीब 12 मिनट के अपने संबोधन के दौरान सिंह ने कहा, ‘‘अब बहुत हो चुका और अगर हम कार्रवाई नहीं करते हैं तो वे फिर से इस तरह की घटना को अंजाम दे सकते हैं। वक्त आ गया है कि केंद्र उसके (पाकिस्तान) तरीकों को समझे और उसे मुंहतोड़ जवाब दे।’’ पाकिस्तान पर दोहरा खेल खेलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को यह कहते हुए सुना कि वह गुरु नानक देव विश्वविद्यालय शुरू करना चाहते हैं और गुरुद्वारा साहिब में सेवा करना चाहते हैं। लेकिन उनके शागिर्द और आईएसआई संकट पैदा करने की कोशिशों में लगे रहते हैं।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान की सेना के इशारे पर इमरान खान को प्रधानमंत्री बनाया गया। सिंह ने कहा, ‘‘बाजवा कमांडर इन चीफ हैं और बाजवा की सेना ने उन्हें (इमरान को) प्रधानमंत्री बनाया और आईएसआई (पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी) भी बाजवा के मातहत आती है।’’