By अनन्या मिश्रा | May 31, 2025
कमजोर हो जाते हैं फेफड़े
तंबाकू का सेवन करने से पहला और घातक असर फेफड़ों पर होता है। सिगरेट और बीड़ी पीने से फेफड़ों की कार्यक्षमता कम होने लगती है। अगर जल्दी इस लत को न छोड़ा जाए, तो समय के साथ ब्रोंकाइटिस, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिज़ीज और फेफड़ों का कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं महिलाओं में भी तंबाकू के सेवन का प्रभाव गंभीर होता है। क्योंकि यह महिलाओं के न सिर्फ फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यह हड्डियों, हॉर्मोनल प्रणाली और प्रजनन क्षमता पर भी असर डालता है।
पुरुषों में तंबाकू सेवन से होने वाली बीमारियां
हेल्थ एक्सपर्टकी मानें, तो पुरुषों में तंबाकू का सेवन करने से बार-बार खांसी आना, सांस फूलना और सीने में भारीपन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कई मामलों में यह लक्षण लंबे समय तक अनदेखे भी रहते हैं। वहीं जब यह लक्षण सामने आते हैं और मरीज डॉक्टर के पास पहुंचता है, तब तक बीमारी काफी बढ़ चुकी होती है। तंबाकू का सेवन करने वालों में हार्ट अटैक और फेफड़ों के कैंसर की समस्या अधिक देखने को मिलती है।
वहीं इस लत का असर प्रजनन क्षमता पर भी देखने को मिलता है। तंबाकू का सेवन करने से शुक्राणुओं की गुणवत्ता और संख्या को भी प्रभावित करता है। इसका सेवन करने से पुरुष में बांझपन की समस्या हो सकती है। वहीं इसके अलावा मुंह का कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी जैसी गंभीर बीमारियों की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
महिलाओं में तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियां
बता दें कि महिलाओं में तंबाकू का सेवन करने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है। तंबाकू का सेवन करने से पीरियड्स में अनियमितता, बांझपन और पीसीओएस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान तंबाकू का सेवन करने से गर्भ में पलने वाले बच्चे पर बुरा असर होता है। इसके परिणामस्वरूप समय से पहले प्रसव, गर्भपात और जन्म के समय कम वेट वाले बच्चे के होने की संभावना बढ़ती है। तंबाकू का सेवन करने से महिलाओं के स्तन और गर्भाशय के कैंसर का खतरा बढ़ता है। तंबाकू के धुएं का सेवन भी उतना ही खतरनाक है।
ऐसे छोड़ें तंबाकू
हालांकि तंबाकू छोड़ना आसान नहीं होता है, लेकिन यह नामुमकिन भी नहीं होता है। आप हेल्की लाइफस्टाइल अपनाकर तंबाकू का सेवन छोड़ सकते हैं। इसके अलावा सरकार द्वारा तंबाकू निषेध कार्यक्रम, निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी और परामर्श सेवाएं जैसी सहायता की मदद से आप तंबाकू की लत को आसानी से छोड़ सकते हैं। जितनी जल्दी तंबाकू छोड़ने का फैसला लिया जाएष यह शरीर की रिकवरी के लिए उतना ही बेहतर माना जाता है।