By Ankit Jaiswal | Dec 23, 2025
अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने H-1B और H-4 वीज़ा आवेदकों को लेकर एक अहम “वर्ल्डवाइड अलर्ट” जारी किया है। इसके तहत अब वीज़ा जांच प्रक्रिया पहले से कहीं ज्यादा सख्त कर दी गई है और सोशल मीडिया गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा को अनिवार्य कर दिया गया।
बता दें कि अमेरिकी विदेश विभाग ने यह नई व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू की है। मौजूद जानकारी के अनुसार, अब H-1B और H-4 वीज़ा के लिए आवेदन करने वाले सभी लोगों की ऑनलाइन मौजूदगी की जांच की जाएगी। इसमें सोशल मीडिया प्रोफाइल, सार्वजनिक डिजिटल गतिविधियां और अन्य ऑनलाइन पहचान से जुड़ी जानकारियां शामिल होंगी। यह नियम किसी एक देश तक सीमित नहीं है, बल्कि सभी राष्ट्रीयताओं के आवेदकों पर समान रूप से लागू होंगे।
गौरतलब है कि अमेरिकी दूतावास के मुताबिक, यह कदम H-1B कार्यक्रम के दुरुपयोग को रोकने और उसकी पारदर्शिता बनाए रखने के लिए उठाया गया है। साथ ही, अमेरिका यह भी सुनिश्चित करना चाहता है कि उसकी कंपनियां दुनिया भर से कुशल और योग्य अस्थायी कर्मचारियों को नियुक्त करती रहें। इसी संतुलन को बनाए रखने के लिए स्क्रीनिंग प्रक्रिया को और मजबूत किया गया।
इस अलर्ट के बाद अमेरिका की बड़ी टेक कंपनियों में भी हलचल देखी जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Apple, Google और Microsoft जैसी दिग्गज कंपनियों ने अपने वीज़ा पर काम कर रहे कर्मचारियों को फिलहाल अंतरराष्ट्रीय यात्रा से बचने की सलाह दी है। Apple की इमिग्रेशन टीम ने अपने कर्मचारियों को भेजे गए ई-मेल में कहा है कि मौजूदा परिस्थितियों में अमेरिका लौटते समय अप्रत्याशित और लंबी देरी हो सकती है, इसलिए बिना वैध H-1B वीज़ा स्टैम्प के यात्रा न करें।
अगर किसी कर्मचारी के लिए यात्रा टालना संभव नहीं है, तो कंपनी ने उन्हें पहले इमिग्रेशन टीम और कानूनी सलाहकारों से संपर्क करने की सिफारिश की। इससे यह संकेत मिलता है कि नई जांच प्रक्रिया के चलते वीज़ा स्टैम्पिंग और एंट्री में अतिरिक्त समय लग सकता हैं।
अमेरिकी दूतावास ने अपने आधिकारिक बयान में यह भी स्पष्ट किया है कि H-1B और H-4 वीज़ा आवेदनों की प्रक्रिया बंद नहीं की गई है। दूतावास और कांसुलेट पहले की तरह आवेदन स्वीकार कर रहे हैं। हालांकि, आवेदकों को सलाह दी गई है कि वे समय रहते आवेदन करें और अतिरिक्त प्रोसेसिंग समय को ध्यान में रखें।
कुल मिलाकर, अमेरिका की यह नई पहल तकनीकी पेशेवरों और उनके परिवारों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आई है। सोशल मीडिया गतिविधियों को लेकर अब और अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत होगी, क्योंकि यह वीज़ा फैसले का एक अहम हिस्सा बन चुका है।