कोरोना में इस्तेमाल होने वाली इस दवा से बढ़ सकती है हृदय और मधुमेह की आशंका

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 09, 2020

टोरंटो। एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि कोविड-19 के इलाज और इसकी रोकथाम के लिए कारगर बताई जा रही कुछ दवाओं जैसे क्लोरोक्विन, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन और एजिथरोमाइसिन के इस्तेमाल से, मरीजों में प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ सकते हैं। अध्ययन में कहा गया है कि इन दवाओं का सेवन करने से मरीज को अनियमित हृदय गति के साथ ही खून में ग्लूकोज का स्तर कम होने का भी खतरा हो सकता है। हालांकि, इन दवाओं का उपयोग कोविड-19 के लिए कितना कारगर है, इसको लेकर भी पुख्ता साक्ष्य नहीं हैं। ‘‘कनाडियन मेडिकल एसोसिएशन’’ जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में, इन दवाओं के इस्तेमाल और प्रबंधन को लेकर उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर इनके दुष्प्रभावों का जिक्र किया गया है।

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आईसीईएस के वरिष्ठ वैज्ञानिक डेविड जुरलिंक ने कहा, चिकित्सकों और मरीजों को क्लोरोक्विन और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के कई संभावित प्राणघातक दुष्प्रभावों को लेकर सतर्क रहना चाहिए।’’ वैज्ञानिकों के मुताबिक, इन दवाओं के उपयोग से अनियमित हृदय गति, खून में ग्लूकोज का स्तर कम होने के साथ ही मानसिक विकारों जैसे संभावित दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। उन्होंने चेताया कि क्लोरोक्विन और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन का अधिक मात्रा में सेवन करने से दिल का दौरा पड़ने से लेकर कोमा में जाने तक का खतरा हो सकता है। अध्ययन के मुताबिक, इस बात के बहुत ही कमजोर साक्ष्य हैं कि इन दवाओं का उपयोग कोविड-19 के मरीजों के लिए लाभदायक हो सकता है।

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