By मिताली जैन | Sep 17, 2018
यह सच है कि भोजन पकाने के लिए तेल की आवश्यकता होती है। लेकिन अगर गलत कुकिंग ऑयल का चयन कर लिया जाए तो यह सेहत पर व्यापक प्रभाव छोड़ता है। सही तेल सेहत के लिए वरदान साबित होता है। यूं तो लोग सरसों के तेल या ऑलिव ऑयल को हेल्दी तेल की श्रेणी में रखते हैं लेकिन भोजन पकाने के लिए तिल के तेल का इस्तेमाल करना भी उतना ही लाभकारी है। तो चलिए जानते हैं तिल के तेल में भोजन पकाने से सेहत को होने वाले लाभों के बारे में−
पोषक तत्वों की भरमार
तिल के तेल में मैग्नीनिशयम, फास्फोरस, कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस, लेसिथिन, ओमेगा 3, विटामिन सी, ई, के विटामिन बी6, तांबा, आयरन, जिंक जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं और जब इस तेल में भोजन पकाया जाता है तो तेल के पोषक तत्व भोजन के जरिए शरीर में पहुंचकर कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मनुष्य को पहुंचाते हैं।
नहीं आती दुर्गंध
बहुत से तेल ऐेसे होते हैं जो हेल्दी तो होते हैं लेकिन उनका स्मोकिंग प्वाइंट काफी कम होता है। ऐसे में अगर उन तेलों को डीप फ्राई करने के लिए या फिर हाई फलेम पर पकाया जाता है तो वह काफी नुकसानदायक साबित होते हैं। जबकि तिल के तेल के साथ ऐसी कोई समस्या नहीं होती। हाई फलेम या डीप फ्राई करने पर भी न तो इसमें से किसी तरह की दुर्गंध आती है और न ही यह सेहत को हानि पहुंचाता है।
नहीं होता बढ़ती उम्र का असर
उम्र बढ़ने के साथ−साथ शरीर का कमजोर होना लाजमी है। लेकिन अगर तिल के तेल का उपयोग भोजन में किया जाए तो इससे शरीर पर जल्दी से बढ़ती उम्र का असर नहीं दिखता। ऐसा तिल के तेल में मौजूद ऑक्सीकरण−रोधी और अवसाद−विरोधी गुणों के कारण होता है। इसके अतिरिक्त तिल के तेल में कुछ एंटी−एजिंग तत्व भी होते हैं, जो आपको लंबे समय तक जवां बनाए रखने में मदद करते हैं।
गठिया का इलाज
जिन लोगों को रूमेटोइड गठिया की समस्या है, उनके लिए तिल के तेल का सेवन बेहद ही लाभकारी है। दरअसल, तिल के तेल में जिंक व कॉपर पाया जाता है, जो लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मददगार होता है। साथ ही कॉपर गठिया के दर्द, जोड़ो की सूजन को कम करने के साथ−साथ हडि्डयों को मजबूती भी प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त यह मेटाबॉलिज्म व ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर बनाता है, इसलिए आप आज ही अपने कुकिंग ऑयल को तिल के तेल से स्विच कर दीजिए।
तनाव व सिरदर्द से राहत
जो लोग हमेशा ही तनावग्रस्त रहते हैं या फिर जिन्हें अक्सर सिर में दर्द की शिकायत होती है, उन्हें तिल के तेल को अपनी किचन में जगह अवश्य देनी चाहिए। तिल के तेल में मौजूद अमीनो एसिड हर तरह के तनाव से लड़कर आपके दिमाग को शांत करता है, जिसके कारण सिर में दर्द, अनिद्रा या माइग्रेन जैसी समस्या उत्पन्न नहीं होती।
मिताली जैन