By दिव्यांशी भदौरिया | Mar 20, 2024
सनातन धर्म में रोजाना पूजा-पाठ करने का विशेष महत्व है। मंदिर में पूजा करते समय मुंह किस दिशा में होना चाहिए। हम सभ पूजा-पाठ तो करते हैं लेकिन सही दिशा में मुख न करके गलत दिशा में बैठने की वजह से अशुभ परिणाम देखने को मिलते हैं। चलिए आपको बताते हैं किस दिशा में मुख करके पूजा करनी चाहिए।
उत्तर दिशा है सबसे खास
वास्तु शास्त्र के अनुसार दिशाओं का हमारे जीवन में विशेष महत्व होता है, हर दिशा की अपनी एक उर्जा होती है। अगर आप घर में बैठकर पूजा करते हैं तो भगवान की प्रतिमा के उत्तर दिशा की ओर बैठकर पूजा करना सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। उत्तर दिशा को इसलिए भी अच्छा माना जाता है क्योंकि यह देवताओं की दिशा भी होती है।
पूर्व दिशा में बैठने से सकारात्मक उर्जा प्राप्त होती है
अगर आप पूर्व दिशा की ओर घर में बैठ कर पूजा करते हैं। तो यह दिशा वास्तु शास्त्र में सबसे शुभ होती है। क्योंकि पूर्व दिशा सूर्योदय की दिशा होती है। सूर्य को ग्रहों का राजा भी कहा जाता हैं, इसी कारण पूर्व दिशा में पूजा करने से घर में सकारात्मक उर्जा का प्रवाह होती है।
पश्चिम दिशा की ओर मुख करना सही नहीं
घर में पूजा करते समय पश्चिम दिशा की तरफ मुख नहीं करते। इस दिशा में मुंह करके पूजा करने से उचित फल नहीं प्राप्त होता है।
अशुभ है दक्षिण दिशा
दक्षिण दिशा की बात करें तो यह दिशा पृतरों की मानी जाती है। इस दिशा में मुंह करके देवताओं की पूजा नहीं करनी चाहिए। यह दिशा अशुभ मानी जाती है।