By अनन्या मिश्रा | May 26, 2025
तिथि और शुभ मुहूर्त
बता दें कि ज्येष्ठ माह के अमावस्या तिथि के दिन वट सावित्री व्रत किया जाता है। आज अमावस्या तिथि की शुरूआत 12:11 मिनट से होगी, वहीं अगले दिन यानी 27 मई को इस तिथि की समाप्ति सुबह 08:31 मिनट पर होगी। ऐसे में वट सावित्री व्रत की पूजा अभिजीत मुहूर्त में करना शुभ माना जाता है। वहीं पूजा का मुहूर्त सुबह 11:51 मिनट से 03:00 बजे तक पूजा का शुभ मुहूर्त है। इस मुहूर्त में वट पूजा करना शुभ माना जाएगा।
पूजा विधि
इस दिन सुबह जल्दी स्नान आदि करके स्वच्छ वस्त्र पहनें और फिर व्रत का संकल्प लें। इसके बाद वट पूजन के लिए किसी वट वृक्ष के समीप जाएं और यदि जाना संभव न हो, तो गमले में एक बरगद का छोटा सा पौधा रख लें। सबसे पहले वट वृक्ष को जल चढ़ाएं और फिर पेड़ को हल्दी-रोली और फूल अर्पित करें। इसके बाद सूत के धागे से वट वक्ष के चारों ओर 7 या फिर 11 बार परिक्रमा करें और मन ही मन पति की लंबी उम्र की कामना करें। फिर घी का दीपक जलाएं और व्रत कथा पढ़ें या फिर सुनें। वहीं अगले दिन सूर्योदय के बाद जलपान करें।