By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 05, 2021
साथ ही उपराष्ट्रपति ने चेतावनी दी कि जो अधिकारी उचित कार्रवाई करते हैं उन्हें हतोत्साहित नहीं करना चाहिए या उनका उत्पीड़न नहीं किया जाना चाहिए। उपराष्ट्रपति सचिवालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार, ‘‘भ्रष्ट असैन्य नौकरशाहों से कड़ाई से निपटा जाना चाहिए लेकिन हमें जनहित में अधिकारियों को साहसिक फैसले लेने से हतोत्साहित नहीं करना चाहिए।’’
नायडू ने ये बातें पूर्व कैबिनेट सचिव और झारखंड के पूर्व राज्यपाल प्रभात कुमार की पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कही। उपराष्ट्रपति ने कहा कि ईमानदार असैन्य नौकरशाहों की उपलब्धियों का जश्न मनाने और उनके योगदान को सराहने की भी जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह न केवल युवा अधिकारियों के लिए प्रोत्साहन होगा बल्कि वे और अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित होंगे।