By अभिनय आकाश | Dec 26, 2025
भारत ने बुथाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहे सैन्य संघर्ष में एक हिंदू देवता की मूर्ति को ध्वस्त किए जाने पर चिंता व्यक्त की। नई दिल्ली ने कहा कि इस तरह के अपमानजनक कृत्यों से दुनिया भर में अनुयायियों की भावनाएं आहत होती हैं, साथ ही उसने थाईलैंड और कंबोडिया दोनों से संवाद और कूटनीति के माध्यम से अपने सीमा विवाद को हल करने का आग्रह किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा हमें हाल ही में निर्मित एक हिंदू धार्मिक देवता की मूर्ति को ध्वस्त किए जाने की खबरें मिली हैं, जो थाई-कंबोडिया सीमा विवाद से प्रभावित क्षेत्र में स्थित थी।
गौरतलब है कि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच एक हिंदू देवता की मूर्ति को तोड़े जाने की घटना सामने आई है। यह मूर्ति हाल के वर्षों में बनाई गई थी और उस इलाके में स्थित थी, जो दोनों देशों के बीच जारी सैन्य संघर्ष से प्रभावित है। ताजा घटनाक्रम में धार्मिक प्रतीक को नुकसान पहुंचने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता जताई जा रही है। भारत ने इस घटना पर कड़ी चिंता जाहिर की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हिंदू और बौद्ध देवता पूरे क्षेत्र में गहरी श्रद्धा के साथ पूजे जाते हैं और यह साझा सभ्यतागत विरासत का हिस्सा हैं। किसी भी तरह के क्षेत्रीय दावे हों, लेकिन इस तरह के अपमानजनक कृत्य दुनिया भर के श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत करते हैं और ऐसा नहीं होना चाहिए।
थाईलैंड और कंबोडिया के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने बुधवार को युद्धविराम को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से बातचीत शुरू की, दोनों पक्षों द्वारा लगभग तीन सप्ताह से चल रही घातक सीमा लड़ाई को रोकने की कोशिश करने पर सहमति जताने के कुछ दिनों बाद यह वार्ता शुरू हुई। कूटनीतिक प्रयासों के बावजूद, हाल के हफ्तों में लड़ाई जारी रही है। थाईलैंड और कंबोडिया ने एक-दूसरे पर अक्टूबर में हुए उन्नत युद्धविराम समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है, जिसमें सैनिकों और भारी हथियारों को वापस बुलाने और विवादित क्षेत्रों में बारूदी सुरंगों को हटाने की प्रतिबद्धताएं शामिल थीं।