By अंकित सिंह | Feb 15, 2023
त्रिपुरा की 60 सदस्य विधानसभा सीट के लिए बृहस्पतिवार को वोट डाले जाएंगे। इसको लेकर पूरी तैयारी की जा चुकी है। चुनाव आयोग स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए अपनी पूरी प्रतिबद्धता जता रहा है। मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 7:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक चलेगा। इसके लिए राज्य में 3337 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 11 100 मतदान केंद्रों की पहचान संवेदनशील और 28 के पहचान अति संवेदनशील के रूप में की गई है जहां सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त भी किए गए हैं। राज्य में फिलहाल भाजपा गठबंधन की सरकार है जिसका नेतृत्व माणिक साहा कर रहे हैं। इस बार भी भाजपा और लेफ्ट गठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला है।
भाजपा और आईपीएफटी के बीच गठबंधन है। वहीं, माकपा और कांग्रेस एक साथ चुनावी मैदान में है। त्रिपुरा में टिपरा मोथा भी एक बड़ी भूमिका निभाती है। यह एक क्षेत्रीय पार्टी है जो पूर्वोत्तर राज्य के पूर्व शाही परिवार के वंशज के द्वारा गठित की गई है। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के नतीजे 2 मार्च को आएंगे। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के कई बड़े नेता प्रचार करने पहुंचे थे। प्रधानमंत्री ने अपनी रैलियों में डबल इंजन सरकार पर जोर दिया और कहा कि भाजपा ने राज्य को विकसित बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
उपद्रवियों को राज्य में प्रवेश करने से रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। मुख्यमंत्री माणिक साहा टाउन बारडोवली निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार हैं, जबकि केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक भाजपा के टिकट पर धनपुर से चुनाव लड़ रही हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी सबरूम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वह वाम-कांग्रेस गठबंधन का चेहरा हैं। टिपरा मोथा प्रमुख प्रद्योत देबबर्मा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। भाजपा 55 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि उसकी सहयोगी आईपीएफटी ने छह सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, एक सीट पर दोस्ताना मुकाबला होगा। माकपा 47 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। टिपरा मोथा ने 42 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।