By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 03, 2018
नयी दिल्ली। अमेरिका की खुदरा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी वॉलमार्ट ने आयकर अधिकारियों को फ्लिपकार्ट के कुछ शेयरधारकों को किए गए भुगतान पर कटौती करने और अन्य के मामले में ऐसा नहीं करने की वजह बताई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। आयकर विभाग ने इससे पहले वॉलमार्ट से 16 अरब डॉलर के फ्लिपकार्ट सौदे में कर कटौती के पीछे तर्क बताने को कहा था। कंपनी के जवाब के अध्ययन के बाद विभाग के पास अमेरिकी कंपनी से और स्पष्टीकरण मांगने का विकल्प होगा।
वॉलमार्ट ने सात सितंबर को फ्लिपकार्ट के दस शेयरधारकों के शेयर खरीदने के लिए किए गए भुगतान पर 7,439 करोड़ रुपये का कर जमा कराया था। हालांकि, उसने 16 अरब डॉलर के सौदे में भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी से बाहर निकले 34 अन्य शेयरधारकों के संदर्भ में ऐसा नहीं किया है। सॉफ्टबैंक, नैस्पर्स, वेंचर फंड एसल पार्टनर्स तथा ई बे सहित फ्लिपकार्ट के 44 शेयरधारकों ने अपनी हिस्सेदारी वॉलमार्ट को बेची है।
फ्लिपकार्ट में व्यक्तिगत शेयरधारिता या जिन्होंने अपनी हिस्सेदारी बेची है, का सार्वजनिक तौर पर खुलासा क्रेता या विक्रेता किसी ने नहीं किया है। वॉलमार्ट द्वारा 7,439 करोड़ रुपये का कर जमा कराने के बाद कर विभाग ने उससे फ्लिपकार्ट के शेयरधारकों से कर कटौती करने या नहीं करने की वजह पूछी है। वॉलमार्ट ने अब आयकर विभाग को कर कटौती के पीछे तर्क बता दिया है। एक अधिकारी ने कहा कि हम उनके जवाब का अध्ययन कर रहे हैं।
अधिकारी ने कहा कि आगे की कार्रवाई मामला दर मामला आधार पर की जाएगी। विदहोल्डिंग कर ऐसा आयकर है जो आय का भुगतान करने वालों द्वारा सरकार को दिया जाता है। आय प्राप्त करने वाले द्वारा नहीं। यह कर प्राप्तकर्ता को दी जाने वाली आय से काटा जाता है। वॉलमार्ट फ्लिपकार्ट सौदे में विदहोल्डिंग कर फ्लिपकार्ट के शेयरधारकों को हुए लाभ से संबंधित है।