By अनन्या मिश्रा | Dec 15, 2025
आधुनिक एनिमेशन उद्योग के पिता कहे जाने वाले वॉल्टर एलियास डिज्नी का 15 दिसंबर का निधन हो गया था। वह सिर्फ मिकी माउस के जनक नहीं थे, बल्कि ऐसे सपनों के साम्राज्य निर्माता थे, जिन्होंने अरबों दिलों पर राज किया था। वॉल्ट डिज्नी एक ऐसा नाम हैं, जिनके बिना सिनेमा जगत अधूरा माना जाता है। तो आइए जानते हैं उनकी डेथ एनिवर्सरी के मौके पर वॉल्ट डिज्नी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
वॉल्ट डिज्नी का जन्म 05 दिसंबर 1991 को एक साधारण परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम इलियास डिज्नी था, जोकि सख्त और अनुशासनित थे। उन्होंने वॉल्ट डिज्नी को बचपन से ही मेहनत की आदत डाल दी थी। कागज और पेंसिल वॉल्ट डिज्नी के सबसे अच्छे दोस्त थे। हालांकि उनका परिवार इसको बर्बादी का समय मानता था। लेकिन उन्होंने चित्रकारी और कहानी कहने के शौक को कभी नहीं छोड़ा।
फर्स्ट वर्ल्ड वॉर के दौरान रेड क्रॉस में ड्राइवर बनने और बाद में वॉल्ट डिज्नी ने कॉमर्शियल आर्टिस्ट के रूप में अपना करियर शुरू किया था। फिर साल 1920 में उन्होंने 'लॉफ-ओ-ग्राम' नाम से अपना पहला एनिमेशन स्टूडियो खोला।
शुरूआती स्टूडियो दिवालिया हो गया, लेकिन उसके बाद भी वॉल्ट ने कभी हार नहीं मानी। लॉस एंजिल्स जाकर उन्होंने अपने भाई रॉय के साथ 'डिज्नी ब्रदर्स' स्टूडियो की नींव रखी। साल 1928 में पहली सिंक्रोनाइज्ड साउंड वाली एनिमेडेट फिल्म 'स्टीमबोट विली' के साथ 'मिकी माउस' ने दुनिया पर तूफान खड़ा कर दिया। दिलचस्प बात यह है कि शुरूआत में खुद वॉल्ट डिज्नी मिकी माउस की आवाज देते थे। लेकिन बाद में यह कैरेक्टर उनकी जिद, जीवन के प्रति आशावाली दृष्टिकोण और रचनात्मकता का प्रतीक बन गया।
साल 1934 में वॉल्ट डिज्नी ने दुनिया की पहली पूर्ण लंबाई वाली एनिमेटेड फीचर फिल्म 'स्नो व्हाइट एंड द सेवन ड्वार्फ्स' बनाने का निर्णय लिया। जिसके बाद उनको पूरा उद्योग मूर्ख कहने लगा। इसका कारण यह था कि लोगों को लगा कि यह प्रोजेक्ट वॉल्ट डिज्नी की कंपनी को तबाह कर देगा। लेकिन यह एनिमेशन के 'स्वर्णिम युग' की शुरूआत थी।
वॉल्ट डिज्नी की कल्पना सिर्फ पर्दे तक सीमित नहीं थी। साल 1955 में वॉल्ट डिज्नी ने एक ऐसी दुनिया बनाने का फैसला लिया। जहां पर बच्चों से लेकर बड़े तक सभी वास्तविकता से दूर एक जादुई दुनिया में खो सकें। बता दें कि कैलिफोर्निया में खुला यह 'डिज्नीलैंड' दुनिया का पहला ऐसा आधुनिक थीम पार्क बना, जो आज वॉल्ट डिज्नी की विरासत का एक जीवित प्रतीक है।
फेफड़ों के कैंसर के कारण 15 दिसंबर 1966 को वॉल्ट डिज्नी का निधन हो गया था।