By अनुराग गुप्ता | Jul 23, 2021
नयी दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर अभी पूरी तरह से समाप्त भी नहीं हुई है और तीसरी लहर की आशंका के बीच सरकारें सतर्क हो गई हैं। इसी संबंध में भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के प्रमुख रणदीप गुलेरिया का बड़ा बयान सामने आया है। एम्स प्रमुख ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर कब आएगी और कितनी बुरी होगी यह हमारे व्यवहार पर निर्भर है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक एम्स प्रमुख रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर कब आएगी और कितनी बुरी होगी, यह हमारे व्यवहार पर निर्भर है। कोविड अनुरुप व्यवहार, भीड़ से बचने, वैक्सीन लगवाने से, इसमें देरी होगी और तीव्रता कम होगी। मानव व्यवहार पर निर्भर है। वायरस कैसे व्यवहार करेगा हम भविष्यवाणी नहीं कर सकते हैं।
स्कूलों को खोलने का दिया सुझावउन्होंने कहा कि ये कहना मुश्किल है की तीसरी लहर कब आएगी। जहां पॉजिटिविटी रेट बहुत कम है हम वहां स्कूल खोल सकते हैं। हमें ग्रेडेड मैनर में स्कूल खोलने चाहिए। हालांकि, उन्होंने एक खुशखबरी भी दी है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए सितंबर तक वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है।आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर अब कमजोर पड़ चुकी है। इसी के साथ लोगों का घरों से निकलना भी शुरू हो गई। पहाड़ों में लोग कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते हुए मौज-मस्ती करने में जुट गए। जिसकी कई सारी तस्वीरें भी सामने आईं। यहां तक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी सामने आकर लोगों को समझाने का प्रयास करना पड़ा था। उन्होंने कहा था कि कोरोना ऐसी चीज है जो अपने आप नहीं आती है। कोई जाकर ले आए, तो आती है। इसलिए हम अगर सावधानी से रहेंगे, तो तीसरी लहर को रोक पाएंगे।