बड़ी समस्या का...आर्टिकल 370 के फैसले पर इंडोनेशिया में ऐसा क्या बोल गए सलमान खुर्शीद?

By अभिनय आकाश | May 30, 2025

कांग्रेस नेता और सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सलमान खुर्शीद ने कहा कि कश्मीर में लंबे समय से एक बड़ी समस्या थी। मीडिया को संबोधित करते हुए पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस नेता खुर्शीद ने इंडोनेशियाई थिंक टैंक और शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीर में लंबे समय से एक बड़ी समस्या थी। इसका एक बड़ा हिस्सा संविधान के अनुच्छेद 370 में सरकार की सोच में झलकता था, जिससे किसी तरह यह आभास होता था कि यह देश के बाकी हिस्सों से अलग है। लेकिन अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया और इसे आखिरकार खत्म कर दिया गया। इसके बाद चुनाव हुए और चुनाव में 65 प्रतिशत लोगों ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि आज कश्मीर में एक निर्वाचित सरकार है और इसलिए लोग जो कुछ भी हुआ है उसे वापस करना चाहते हैं, कश्मीर में जो समृद्धि आई है उसे वापस करना चाहते हैं।

इसे भी पढ़ें: क्या कद्दावर कांग्रेसी नेता पी. चिदंबरम और शशि थरूर की परिवर्तित सियासी निष्ठा से भाजपा बनेगी अजेय?

अनुच्छेद 370 क्या है? 

1950 में पेश किए गए भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 ने जम्मू और कश्मीर को भारत संघ के भीतर विशेष दर्जा और काफी स्वायत्तता प्रदान की। शुरू से ही, यह प्रावधान बहस का विषय रहा और इस क्षेत्र को दिए गए अनूठे विशेषाधिकारों के कारण कई लोगों ने इसे विभाजनकारी माना।  2019 में भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया, जिससे जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा प्रभावी रूप से समाप्त हो गया। इस कदम के साथ ही, राज्य की स्थिति को कम कर दिया गया और इसे दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में पुनर्गठित किया गया, जिससे यह क्षेत्र पूरी तरह से भारतीय संविधान के दायरे में आ गया। 

इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi NewsRoom: Shashi Tharoor और Manish Tewari के बाद Salman Khurshid ने भी Congress को दे दिया झटका

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत को वापस दिया जाना चाहिए: खुर्शीद

सलमान खुर्शीद ने भारत की दृढ़ स्थिति को दोहराया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को भारतीय संसद के लंबे समय से चले आ रहे सर्वसम्मत प्रस्ताव के अनुरूप भारत को वापस किया जाना चाहिए। मीडिया से बातचीत में खुर्शीद ने इस बात पर जोर दिया कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पीओके के लिए सीटें खाली रहेंगी, जो प्रतीकात्मक संकेत है, जो क्षेत्र को पुनः प्राप्त करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

प्रमुख खबरें

US H-1B वीज़ा में बड़ा फेरबदल: अब लॉटरी नहीं, स्किल और सैलरी तय करेगी किस्मत

बांग्लादेश में हिंसा भड़की, भारत-बांग्लादेश के बीच बढ़ा अविश्वास, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल

Carabao Cup: पेनल्टी में केपा का जादू, आर्सेनल फाइनल की दौड़ में, चेल्सी के खिलाफ अगला मैच

Bharat Coking Coal का IPO जल्द, कोल इंडिया 10% हिस्सेदारी बेचेगी, 1300 करोड़ की होगी डील