By कमलेश पांडे | Jun 08, 2024
बैंकिंग प्रणाली में एटीएम (ऑटोमेटेड टेलर मशीन) का महत्व दिन ब दिन बढ़ते जा रहा है। यह एक कंप्यूटराइज्ड मशीन है, जिसके माध्यम से कोई भी ग्राहक सम्बन्धित बैंक कर्मचारी की मदद के बिना तमाम तरह के वित्तीय लेन-देन कर सकते हैं। इसलिए इसे कैश मशीन भी कहा जाता है। कुछ लोग प्यार से इसे एनी टाइम मनी भी कहते हैं।
बदलते बैंकिंग व्यवहार में अब एटीएम मशीनें केवल पैसे निकालने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि आधुनिक एटीएम में कई तरह की अलग-अलग सुविधाएं शामिल की गई हैं, जो बैंक ग्राहकों के लिए बहुत उपयोगी साबित होती हैं। इसलिए यहां पर मैं आपको कुछ ऐसे तरीके बताउंगा, जिन्हें आप एटीएम मशीन पर आजमाकर अपने विभिन्न बैंकिंग कार्य कर सकते हैं।
दरअसल, एटीएम बैंकों और दूसरे वित्तीय संस्थानों में एक नियत सीमा तक नकदी जमा करने और निकालने के लिए अमूमन इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रकार से यह एक स्व-सेवा बैंकिंग आउटलेट है, जो 24 घंटे और हफ्ते के सातों दिन हर किसी के लिए उपलब्ध रहता है। इसलिए एटीएम से कोई भी ग्राहक निम्नलिखित कार्य कर सकते हैं।
# जानिए, एटीएम क्या-क्या सेवाएं प्रदान करता है? उन सेवाओं की सीमा कितनी है?
आमतौर पर भारत में एटीएम का नियंत्रण नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) करता है। इस देश में 10,000 से ज़्यादा व्हाइट-लेबल एटीएम हैं, जिससे एक बार में 20,000 रुपये तक निकाले जा सकते हैं। यहां पर यह समझाना जरूरी है कि एटीएम से पैसे निकालने के अलावा, और भी कई काम किए जा सकते हैं, जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण काम निम्न प्रकार से हैं-
पहला, क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करना। दूसरा, प्रीमियम का भुगतान करना। तीसरा, चेक बुक के लिए रिक्वेस्ट करना। चतुर्थ, अकाउंट से अकाउंट और कार्ड से कार्ड में पैसे ट्रांसफर करना। पांचवां, डीसीसी की सुविधा। छठा, मोबाइल बैंकिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करना। सातवां, मिनी स्टेटमेंट निकालना। आठवां, पिन बदलना। नवम, बैलेंस चेक करना। दसवां, करेंसी कन्वर्जन करना। ग्यारहवां, मोबाइल फोन रिचार्ज करना। बारहवां, टिकट बुकिंग करना। तेरहवां, बिजली, पानी या अन्य यूटिलिटी बिलों का भुगतान करना। चौदहवां, कैश जमा करना। पन्द्रहवां, लोन के लिए आवेदन करना, और सोलहवां, फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) खोलना।
# समझिए, एटीएम से पैसे निकालने के लिए आपको क्या-क्या करना होता है?
एटीएम से पैसे निकालने के लिए सर्वप्रथम आपको अपना कार्ड उसके अंदर निर्धारित जगह पर डालना होता है। उसके बाद अपना पिन नम्बर डालना होता है। फिर लेन-देन का प्रकार चुनना होता है। ततपश्चात स्क्रीन पर दिए गए निर्देशों का पालन करना होता है। जब आपका पैसा निकल जाए तो आप कैंसल बटम दबाना बिल्कुल ना भूलें। आधुनिक एटीएम में कार्ड रीडर, कीपैड, डिस्प्ले स्क्रीन, कैश डिस्पेंसर, रसीद प्रिंटर और स्पीकर जैसे सामान्य तत्व होते हैं। जिसकी अनवरत सुविधा के लिए कुछ एटीएम विभिन्न लेनदेन के लिए निर्धारित शुल्क लेते हैं।
# ये-ये हैं एटीएम (ऑटोमेटेड टेलर मशीन) के फायदे
किसी भी एटीएम से अधिकृत व्यक्ति को उसके बैंक अकाउंट तक पहुंचने और वित्तीय लेन-देन करने की सुविधा मिलती है। इसके माध्यम से 24 घंटे और 7 दिनों में लेन-देन किया जा सकता है। एटीएम से बैंक कर्मचारियों पर काम का बोझ कम हो जाता है और नकदी ले जाने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। इसलिए इसका प्रचलन दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है।
# यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस) का इस्तेमाल करके एटीएम से पैसे निकालने के लिए ये-ये पालन करें, जिससे आपको होगी सहूलियत
सबसे पहले किसी भी यूपीआई से चलने वाले एटीएम पर जाएं। वहां पर उसके स्क्रीन पर 'यूपीआई कैश विदड्रॉल' का विकल्प चुनें। पुनः वह धनराशि दर्ज करें, जिसे आप निकालना चाहते हैं। इसके बाद एटीएम एक क्यूआर कोड दिखाएगा। जिसे आप अपने फोन में मौजूद किसी भी यूपीआई ऐप (पेटीएम, फोनपे, गूगलपे आदि) का इस्तेमाल करके क्यूआर कोड को स्कैन करें। ततपश्चात अपना यूपीआई पिन डालें और लेन-देन की पुष्टि करें। इस तरह से एटीएम से आपका कैश निकाल जाएगा।
- कमलेश पांडेय
वरिष्ठ पत्रकार व स्तंभकार