By प्रिया मिश्रा | Mar 19, 2022
कश्मीरी पंडितों पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स इन दिनों सुर्खियों में है। डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की इस फिल्म की तारीफ हो रही है। इस फिल्म में 1990 में कश्मीरी पंडितों पर हुए जुल्मों के बारे में बताया गया है। इस फिल्म के हर किरदार की तारीफ हो रही है। लेकिन एक्टर अनुपम खेर को इस फिल्म का सबसे मजबूत पहलू बताया जा रहा है। उन्होंने अपने किरदार से फिल्म में जान डाल दी है। इस फिल्म में अनुपम खेर ने पुष्कर नाथ पंडित का किरदार निभाया है। फिल्म के आखिर में उनका पोता (दर्शन कुमार) बताता है कि उसके दादा को डिमेंशिया की बीमारी थी। आज के इस लेख में हम आपने इसी बीमारी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं -
क्या है डिमेंशिया?
डिमेंशिया यानी मनोभ्रंश एक मेंटल डिसऑर्डर है। यह एक बीमारी नहीं, बल्कि लक्षणों का समूह है। इनसे व्यक्ति के मस्तिष्क को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे उसके रोजमर्रा के कामों पर प्रभाव पड़ता है। इसमें व्यक्ति के सोचने समझने की क्षमता कम हो जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जब मस्तिष्क की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं तो इससे डिमेंशिया कहो सकता है। इससे मतिष्क की उन कोशिकाओं को क्षति पहुंचती है तो शरीर के विभिन्न अंगों के लिए काम करती हैं। बढ़ती उम्र के साथ साथ डिमेंशिया की संभावना भी बढ़ जाती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 65 साल से अधिक उम्र के दस लोगों में से एक व्यक्ति डिमेंशिया से ग्रस्त होता है। वहीं, अगर 60 वर्ष से कम उम्र में डिमेंशिया के लक्षण दिखाई दें तो यह अल्जाइमर की शुरुआत का संकेत हो सकता है।
डिमेंशिया के लक्षण
याददाश्त कमजोर हो जाना
एक ही बात को बार बार दोहराना
सोचने समझने में परेशानी होना
नंबर जोड़ने या घटाने में कठिनाई होना
किसी बात को न समझ पाना
बात करने में लड़खड़ाना
पुरानी बातों को याद करना या दोहराना
व्यवहार में परिवर्तन होना
ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
डिमेंशिया का इलाज
डॉक्टर्स और वैज्ञानिक अभी तक डिमेंशिया का इलाज नहीं खोज पाए हैं। हालांकि, डॉक्टर्स अपने तजुर्बे और ज्ञान के हिसाब से इस बीमारी का इलाज करते हैं। इसके लिए डॉक्टर्स आपको कुछ टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। वहीं, समय रहते लक्षणों की पहचान करके और स्ट्रेस आदि पर ध्यान दिया जाए तो डिमेंशिया होने की संभावना को कम किया जा सकता है।
- प्रिया मिश्रा