By दिव्यांशी भदौरिया | May 15, 2024
कई सालों में भारत में ऑनलाइन कैब बुकिंग ऐप्स तेजी से लोकप्रिय हो गए है। आज भारत के कई शहरों में ऑनलाइन कैब बुकिंग उपलब्ध है। इन ऐप्स की मदद से कहीं भी आसानी से कैब बुकिंग करवाई जा सकती है। फिलहाल इन कैब बुकिंग ऐप्स के जरिए ग्राहकों के साथ ठगी की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। बता दें, कुछ दिन पहले दिल्ली में कैब सर्विस कंपनी उबर के ड्राइवर द्वारा फर्जी स्क्रीनशॉट दिखाकर ग्राहक से दोगुना किराया वसूल रहे है। इस तरह की शिकायत बेंगलुरु से भी मिलीं। कैब ड्राइवर्स द्वारा किया जा रहा एक स्कैम है।
उबर ने किया सावधान
उबर कंपनी ने इस स्कैम को लेकर यात्रियों को सावधान किया है। उबर ने कहा है कि यह फेक फेयर स्क्रीन स्कैम है, जिसे दिखाकर उबर ड्राइवर आपसे ज्यादा किराया वसूल सकता है। इससे सावधान होने की जरुरत है।
क्या है फेयर स्क्रीन स्कैम?
नकली स्क्रीन एक डुप्लीकेट स्क्रीन होती है जो सवारियों से अतिरिक्त किराया वसूलने के उद्देश्य से बनाई गई वास्तविक उबर ऐप के समान दिखती है।
फेक फेयर स्क्रीन स्कैम से बचने की तरीका
- कैब बुकिंग के दौरान ऐप में दिखाया गया किराया जरुर चेक करें।
- राइड शुरु होने से पहले ड्राइवर से किराए की राशि की जरुर पूछें।
- अपने फोन ऐप में चेक करें कि दोनों जगह दिख रहा किराया एक है या नहीं।
- किसी वजह से आपका फोन स्विच ऑफ हो गया है या नेटवर्क नहीं आ रहे है तो ड्राइवर से ऐप तो रिफ्रेश करने के लिए कहें।
- बता दें, नकली फेयर स्क्रीन फिक्स होती है और उसे रिफ्रेश नहीं किया जा सकता है।
- अगर ड्राइवर अधिक पेमेंट करने पर जोर देता है तो भुगतान बिलकुल न करें।
- ड्राइवर द्वारा दिखाए जाने वाले पेमेंट का स्क्रीनशॉट जरुर लें।
- एक्स्ट्रा पेमेंट के लिए दवाब डालने पर ऐप के हेल्प सेक्शन में जाकर रिपोर्ट करें।