CM Nitish के मन में क्या? पीएम मोदी से लगातार बना कर रख रहे दूरी, कई मौकों पर हो सकती थी मुलाकात

By अंकित सिंह | Dec 07, 2022

बिहार में भाजपा और नीतीश कुमार के पार्टी जदयू का गठबंधन टूट चुका है। भारतीय लोकतंत्र की परंपरा यही रही है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच समन्वय की स्थिति लगातार बनी रहनी चाहिए। लेकिन एनडीए से अलग होने के बाद नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काफी दूरी बनाकर रख रहे हैं। हाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 को लेकर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में ममता बनर्जी जैसी पीएम मोदी की धुर विरोधी तक शामिल हुईं। लेकिन नीतीश कुमार नदारद रहे। इतना ही नहीं, उनकी पार्टी के अध्यक्ष भी इस बैठक में शामिल नहीं हुए। इसके बाद से यह सवाल लगातार उठ रहा है कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली बैठकों से नीतीश और उनकी पार्टी क्यों दूरी बना रही है?

 

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सवाल यह भी है कि क्या नीतीश कुमार उन बैठकों में शामिल नहीं होंगे जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित रहेंगे? ऐसा रवैया कहीं ना कहीं बिहार के लिए नुकसान कर सकता हैं। इसके पहले भी ऐसे कई मौके आए हैं जब नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने से कतराते रहे हैं। इसका कारण नीतीश कुमार ही बता सकते हैं। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी हमने देखा कि नीतीश कुमार उन कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होने वाले थे। हालांकि, नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार को अपना समर्थन दिया था। अब यही कारण है कि भाजपा ने नीतीश पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। 

 

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भाजपा का सवाल

भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि नरेंद्र मोदी को दो-दो बार धोखा देने वाले नीतीश कुमार की हिम्मत नहीं हुई कि वे पीएम का सामना कर सकें। इस शर्म के कारण नीतीश कुमार एवं ललन सिंह G-20 की तैयारी की बैठक में नहीं गए। उन्होंने कहा कि ऐसे रवैये से राज्य का नुकसान होगा और बिहार की छवि खराब होगी, किंतु नीतीश कुमार को इसकी चिंता नहीं है। ऐसा अहंकारपूर्ण व्यवहार राजनीतिक जीवन में उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत को जी-20 का नेतृत्व मिलने के उपलक्ष्य में बिहार सहित देश भर में 200 से ज्यादा कार्यक्रम होने वाले हैं। क्या नीतीश कुमार इन कार्यक्रमों में भी असहयोग करेंगे? यदि ऐसा हुआ, तो यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण होगा।

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