Volleyball खेल क्या है? जानें क्या है नियम और इतिहास, ओलंपिक में कब हुआ था शामिल

By Kusum | Apr 22, 2024

वॉलीबॉल एक पसंदीदा खेल है जिसमें दो टीमों के बीच खेला जाता है। प्रत्येक टीम के पांच खिलाड़ी होते हैं और वे एक बेल या नेट से अलग दोनों पक्षों के बीच एक गोली या बॉल को हिलाने के लिए प्रयास करते हैं। ध्वनि मुख्य रूप से "बॉल" और "बल्लेबाज़" के बीच खेले जाते हैं। खेल का मुख्य उद्देश्य बॉल को अपने प्रतिद्वंद्वी के ज़मीन पर गिराना है और उसके साथ बदला लेना है, तब जब प्रतिद्वंद्वी टीम बॉल को अपने बाहरी रेखा के बाहर छोड़ती है या उसमें त्रुटि करती है।


वॉलीबॉल खेल काफी तेजी से लोकप्रिय हुआ और 20वीं सदी की शुरुआत में अन्य देशों में तेजी से इसका विकास हुआ। इस खेलन ने पहले कनाडा, फिर क्यूबा और इसके बाद जापान में अपना पैर पसारा। इस खेल के लिए पहली रूलबुक 1900 के दशक की शुरुआत में तैयार की गईं, जिसके बाद 1947 में पहला अंतर्राष्ट्रीय महासंघ तैयार हुआ। 


 क्या हैं नियम?

वॉलीबॉल खेल 6 खिलाड़ियों की दो टीमों द्वारा 18 मीटर लंबे और 9 मीटर चौड़े इनडोर कोर्ट पर खेला जाता है। मैच बेस्ट ऑफ फाइव सेटों के फॉर्मेट में खेले जाते हैं। टीम को एक अंक तब प्राप्त होता है जब गेंद विरोधी टीम के कोर्ट की सीमा के भीतर गिरती है या जब विरोधी टीम के खिलाड़ी द्वारा उसे खेलने में कोई गलती होती है। दो अंकों के अंतर से 25 अंक हासिल करने वाली पहली टीम सेट जीतती है, प्रत्येक मैच में बेस्ट ऑफ फाइव सेटों के फॉर्मेंट को फॉलो किया जाता है। अगर जरूरत हो, तो पांचवां सेट 15 अंकों तक खेला जाता है। 


वॉलीबॉल के खेल में, गेंद खिलाड़ियों तक 130 किमी/ घंटा तक की रफ्तार तक पहुंच सकती है। खास तौर से शानदार जम्प सर्व या स्मैश के बाद। इसलिए एथलीटों को उन्हें रोकने के लिए अत्यधिक ताकत और उसे विरोधी टीम के कोर्ट तक पहुंचाने के लिए बिजली की तेजी से गेंद पर रिएक्ट की जरूरत होती है। 


 ओलंपिक में शुरूआत

वॉलीबॉल ने टोक्यो 1964 खेलों में ओलंपिक में अपना डेब्यू किया था। महिलाओं और पुरुषों की प्रतियोगिताओं में सिंगल राउंड-रॉबिन फॉर्मेट का इस्तेमाल किया जाता था। जहां प्रत्येक टीम को एक ही पूल में रखा जाता था और सभी टीमों की एक-दूसरे से एक बार भिड़ंत होती थी। ये फॉर्मेट म्यूनिख में आयोजित 1972 के ओलंपिक खेलों तक लागू रहा। मेडल विजेताओं को निर्धारित करने के लिए फॉर्मेट को पूल राउंड और क्वार्टफाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल के अंतिम राउंड में बदल दिया गया था। 

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