By अभिनय आकाश | Sep 11, 2025
जो अमेरिका दुनिया को आंख दिखाकर डराने और दबाने की कोशिश करता है। वो खुद अंदरुनी तौर पर कितना असुरक्षित है, हालिया घटनाक्रम उसकी कहानी बयां कर रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी और कंजर्वेटिव एक्टविस्ट चार्ली किर्क की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ये हत्या उस वक्त की गई जब वो एक यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखा कि चार्ली माइक पकड़कर तंबू के नीचे बोल रहे हैं, तभी अचानक एक गोली उनकी गर्दन के पास आकर लगती है। काफी खून बहता है और वे जमीन पर गिर जाते हैं। ये घटना यूटा शहर के यूनिवर्सिटी में हुई। चार्ली यहां द अमेरिका कमबैक प्रोग्राम में आए थे। जिसका वीडियो वायरल हो रहा है और गोली लगने के दौरान का वाक्या कैमरे में कैद हो गया है।
31 वर्षीय चार्ली किर्क अमेरिका के सबसे चर्चित कंजर्वेटिव कार्यकर्ताओं और मीडिया हस्तियों में से एक थे और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक विश्वसनीय सहयोगी थे। किर्क युवाओं के दृष्टिकोण को चुनौती देने के लिए, ज़्यादातर अमेरिकी कॉलेजों में, खुले में बहस आयोजित करने के लिए जाने जाते थे। लेकिन अपनी बहसों के लिए प्रसिद्ध होने से पहले, किर्क ने 18 साल की उम्र में टर्निंग पॉइंट यूएसए नामक एक युवा आंदोलन की स्थापना की थी। इस संगठन का उद्देश्य उदारवादी झुकाव वाले अमेरिकी कॉलेजों में रूढ़िवादी आदर्शों का प्रसार करना था। अपनी वेबसाइट के अनुसार, टर्निंग पॉइंट यूएसए का मिशन "राजकोषीय उत्तरदायित्व, मुक्त बाज़ार और सीमित सरकार के सिद्धांतों को बढ़ावा देना है।
डोनाल्ड ट्रंप ने 31 वर्षीय चार्ली किर्क की मृत्यु की खबर सोशल मीडिया पर साझा की। ट्रंप ने किर्क की प्रशंसा करते हुए उन्हें महान व्यक्ति बताया। किर्क युवा संगठन टर्निंग प्वाइंट यूएसए के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी थे। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया कि चार्ली से बेहतर अमेरिका के युवाओं को कोई नहीं समझता था और न ही उनसे दिल से जुड़ पाता था। वहीं, यूटा के गवर्नर स्पेंसर कॉक्स ने इस घटना को राजनीतिक हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि यह हमारे राज्य के लिए एक काला और देश के लिए एक दुखद दिन है। मैं इसे स्पष्ट रूप से एक राजनीतिक हत्या ही कहूंगा।