By अनन्या मिश्रा | Jul 24, 2025
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, अधिक मीठा खाने से सिर्फ मोटापा ही नहीं बढ़ता है, बल्कि शरीर के कई जरूरी अंग और उनके फंक्शन्स पर भी असर होता है। इनमें किडनी सबसे अहम है।
अधिक मीठा खाने से शरीर में ग्लूकोज का लेवल बढ़ता है और यह लेवल लंबे समय तक बढ़ा रहता है। तो शरीर में इंसुलिन के बैलेंस पर भी असर होता है। वहीं यह कंडीशन आगे जाकर टाइप 2 डायबिटीज का रूप ले सकती है।
डायबिटीज किडनी की सबसे बड़ी दुश्मन मानी जाती है। शरीर में अधिक समय तक शुगर बढ़ी रहने पर यह किडनी की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती है।
किडनी का मुख्य काम शरीर से अपशिष्ट और विषैले पदार्थों को छानकर बाहन निकालना है। लेकिन जब नाजुक रक्त नलिकाएं खराब होने लगती हैं, इससे प्रोसेस पर असर होता है।
अधिक मीठा खाने से किडनी के काम करने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। वहीं समय रहते यदि इस पर ध्यान नहीं दिया जाता है, तो आगे चलकर यह किडनी को पूरी तरह से खराब कर सकती है।
अधिक मीठा खाने से भी वेट बढ़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर पर असर पड़ता है। हाई बीपी और शुगर दोनों की किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए जरूरी है कि हम खानपान पर ध्यान दें और रिफाइंड शुगर का सेवन कम करना चाहिए।
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक नियमित व्यायाम, हेल्दी लाइफस्टाइल और समय-समय पर कुछ जरूरी टेस्ट करवाने के बाद किडनी को हेल्दी रखा जा सकता है।